ईश्वर दुबे
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रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज मंत्रालय महानदी भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में गृह विभाग की समीक्षा बैठक ली। मुख्यमंत्री श्री साय ने बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर सुरक्षाबलों की नक्सलियों के विरुद्ध जारी मुठभेड़ के विषय में अधिकारियों से अपडेट लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री साय ने ऑपेरशन के संदर्भ में भविष्य की रणनीति के बारे में अधिकारियों से चर्चा की।
बैठक में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक श्री अरूण देव गौतम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नक्सल ऑपेरशन श्री विवेकानंद सिन्हा उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज सुशासन तिहार के तहत औचक निरीक्षण पर बेमेतरा जिले के ग्राम सहसपुर आये। इस दौरान वे सहसपुर ग्राम के उत्कृष्ट किसान श्री रोहित साहू के खेत में भी पहुंचे। मुख्यमंत्री को श्री साहू ने बताया कि वे पिछले 9 साल से केला और पपीता की खेती कर रहे हैं, जिससे वे लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं और 15-20 लोगों को अपने खेत में रोजगार भी दे रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय को कृषक श्री साहू ने अपने खेत के ताजे केला और पपीता भेंट किये। मुख्यमंत्री को उन्होंने बताया कि वे 5 एकड़ में केला और साढ़े तीन एकड़ में पपीता की खेती कर रहे हैं। जिससे वे केले से प्रति एकड़ डेढ़ लाख रुपये व पपीता से 1 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा रहे हैं।
मुख्यमंत्री को श्री साहू ने बताया कि केला और पपीता की खेती से वे धान के मुकाबले अधिक मुनाफा कमा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि धान के अतिरिक्त अन्य लाभप्रद फसलों की ओर भी किसानों को बढ़ने की जरूरत है। छत्तीसगढ़ की मिट्टी बहुत उर्वरा है। इस तरह किसान कृषि से और लाभ कमा पाएंगे। मुख्यमंत्री ने कृषक श्री साहू की सराहना करते हए कहा कि उनकी खेती सभी किसानों के लिए प्रेरणादायी है।
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज प्रदेशव्यापी सुशासन तिहार के अंतर्गत कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासखंड के सुदूर और दुर्गम पहाड़ियों पर बसे ग्राम दलदली पहुँचे। आदिवासी और विशेष पिछड़ी जनजाति समूह बैगा बहुल्य इस अंतिम सीमावर्ती गांव में मुख्यमंत्री श्री साय के आगमन की खबर फैलते ही दलदली सहित समीपस्थ ग्रामों के ग्रामीणों में उत्साह की लहर दौड़ गई।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ महतारी एवं माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर समाधान शिविर का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने समाधान शिविर में बड़ी सादगी और आत्मीयता के साथ ग्रामीणों से मुलाकात की और ऐतिहासिक घोषणाएं कीं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि दलदली सहित पूरे वनांचल क्षेत्र में पीने के पानी की बड़ी समस्या का अब स्थायी समाधान होगा। स्थानीय कनई नदी से पेयजल लाकर हर घर तक पहुँचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पेयजल संकट दूर करने के लिए सरकार लगातार बड़े फैसले ले रही है। उन्होंने कहा कि कबीरधाम जिले में छीरपानी जलाशय से कुसुमघटा जल प्रदाय योजना के तहत 123 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जिससे 66 ग्रामों में जलापूर्ति होगी। वहीं रामपुर-ठाठापुर-दशरंगपुर- सूतियापाठ जल प्रदाय योजना के लिए 78 करोड़ 45 लाख रुपये की स्वीकृति दी गई है, जिससे 54 ग्रामों को राहत मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी के तहत हमारी सरकार ने हर वादा पूरा किया है। मैंने मुख्यमंत्री के पद की शपथ लेने के बाद सबसे पहले कैबिनेट की बैठक में राज्य के 18 लाख परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास की स्वीकृति दी। किसानों से 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी का निर्णय लिया। मोदी जी की गारंटी को पूरा करते हुए राज्य के किसानों को दो वर्ष का बकाया बोनस भी दिया गया। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख से अधिक महिलाओं को सीधा लाभ पहुँचाया गया। तेंदूपत्ता संग्रहकों के मानक बोरे की दर बढ़ाकर 5500 रुपये की गई। श्रीरामलला अयोध्या धाम दर्शन योजना शुरू की गई और 22 हजार हितग्राहियों को लाभ मिला। मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना को पुनः प्रारंभ किया गया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही महतारी वंदन योजना के तहत वंचित पात्र हितग्राहियों के लिए फार्म भराने का काम करेगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के फेस-2 के तहत सर्वेक्षण का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से आग्रह किया कि इस सर्वे को बहुत गंभीरता से लें और अपना नाम अवश्य शामिल कराएं। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सभी पात्र व्यक्तियों को पक्का आवास दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने समाधान शिविर में प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री जनमन योजना, महतारी वंदन योजना, मुख्यमंत्री खाद्यान्न योजना और मनरेगा सहित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक भी लिया।
समाधान शिविर को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने अपनी पहली ही कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी को पूरा करते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18 लाख नए आवासों की स्वीकृति दी है। उन्होंने कहा कि इन आवासों के लिए हमने सड़क पर लंबी लड़ाई लड़ी है और आज इस संघर्ष का सुखद परिणाम छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में नजर आने लगा है।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने जानकारी दी कि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जल्द ही अंबिकापुर प्रवास पर आ रहे हैं और इस अवसर पर प्रदेश को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत और भी बड़ी सौगात मिलेगी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द प्रदेश के वे पात्र हितग्राही, जो अब तक योजना से वंचित रह गए थे, उन्हें भी इसका लाभ दिया जाएगा।
इस अवसर पर पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा ने भी समाधान शिविर को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के कुशल नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के वनांचल और आदिवासी अंचलों में विकास की अभूतपूर्व धारा बह रही है, जिससे …
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज पाटन(दुर्ग ) के नजदीक स्थित ग्राम सोनपुर में आयोजित स्व. श्री मोहन कुंभकार की श्रद्धांजलि सभा में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने स्व.श्री मोहन कुंभकार के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने शोकसंतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि स्व. मोहन कुंभकार ने सामाजिक जीवन में सराहनीय कार्य किए। उनका जाना हम सभी के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि परमपिता परमेश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिवार को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें।
रायपुर : नगर सुराज संगम’ के समापन सत्र में बोले मुख्यमंत्री – जनता का विश्वास, आपके अच्छे कार्यों का इनाम है
नगर सुराज संगम’ के समापन सत्र में बोले मुख्यमंत्री – जनता का विश्वास, आपके अच्छे कार्यों का इनाम है
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने नगरीय निकायों के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों से शहरों में सुराज के लिए काम करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि आपके शहर की जनता ने आप पर विश्वास कर शहर के विकास और जन सुविधाएं विकसित करने की जिम्मेदारी सौंपी है। आप लोग इस अवसर का सदुपयोग करें, निष्ठा और जवाबदेही के साथ अपने कर्तव्यों को निभाएं। अच्छा काम करने वालों को जनता लगातार अपना आशीर्वाद देकर आगे बढ़ने का मौका देती है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज शाम नगरीय निकायों के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के लिए आयोजित दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम-सह-कार्यशाला ’’नगर सुराज संगम’’ के समापन सत्र में ये बातें कहीं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों और नगरीय प्रशासन विभाग के मैदानी अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि शहरों को सुंदर, स्वच्छ और सुविधापूर्ण बनाने की महती जिम्मेदारी आप लोगों के कंधों पर है। इस कार्यशाला में आप लोगों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों के साथ ही विभाग की कार्यप्रणाली, योजनाओं व अधिनियमों की जानकारी मिली है। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने भी स्वयं दो घंटे तक मार्गदर्शन दिया है। इस कार्यशाला से नगरीय प्रशासन एवं विकास से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर आपके ज्ञान में वृद्धि हुई होगी और यह आपको ज्यादा कुशलता से अपने कार्यों को अंजाम देने में मददगार होगा। श्री साय ने उम्मीद जताई कि इस नगर सुराज संगम से लौटकर हमारे जनप्रतिनिधि अपने-अपने शहरों में सुराज लाने के लिए सक्रियता से काम करेंगे।
उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि हाल ही में संपन्न नगरीय निकायों के चुनाव में अनेक जनप्रतिनिधि पहली बार निर्वाचित होकर आए हैं। उनके लिए विभाग द्वारा दो दिनों के इस प्रबोधन कार्यक्रम-सह-कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होंने बताया कि कार्यशाला के पहले दिन राज्य के सभी नगर निगमों के कुल 228 प्रतिनिधि शामिल हुए जिनमें महापौर, सभापति, एमआईसी सदस्य, आयुक्त और वरिष्ठ अभियंता शामिल हैं। वहीं आज दूसरे दिन प्रदेशभर की नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के 477 प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया गया जिनमें नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों के अध्यक्ष, मुख्य नगर पालिका अधिकारी और अभियंता शामिल हैं। इस तरह कुल 705 जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से शहरों के विकास का रोडमैप साझा किया गया है। अगले पांच वर्षों की कार्ययोजना पर संवाद के साथ ही बुनियादी सुविधाओं से लेकर संसाधनों के सुप्रबंधन के उपायों पर विमर्श किया गया है।
नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के सचिव डॉ. बसवराजु एस. ने कार्यशाला के समापन सत्र में अपने स्वागत संबोधन में बताया कि नगरीय निकायों के जनप्रतिनिधियों के साथ दो दिनों तक शहरों के विकास और नागरिकों को अच्छी सुविधाएं उपलब्ध कराने पर विस्तार से चर्चा हुई है। कार्यशाला के माध्यम से नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों का ओरिएंटेशन किया गया है। विभिन्न सत्रों में प्रबोधन से निकायों की कार्यप्रणाली, योजनाओं और प्रशासकीय प्रक्रियाओं को लेकर नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के मन में बेहतर समझ बनी है। नगरीय प्रशासन विभाग के संचालक श्री आर. एक्का और राज्य शहरी विकास अभिकरण (SUDA) के सीईओ श्री शशांक पाण्डेय सहित नगरीय प्रशासन विभाग और सुडा के अधिकारी भी कार्यशाला में मौजूद थे।
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री साय ने श्री चित्रगुप्त आयोजन समिति के पदाधिकारियों एवं कायस्थ समाज के सदस्यों को प्राकट्य उत्सव के सफल आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में चित्रांश महोत्सव स्मारिका सहित बच्चों की सीख एवं ग़ज़ल-मुक्तक संग्रह पुस्तिका का विमोचन किया गया। कायस्थ समाज के प्रतिभावान छात्रों और विभिन्न विधाओं में उत्कृष्ट कार्य करने वालों का सम्मान किया गया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस मौके पर कहा कि भगवान चित्रगुप्त न्याय और कर्म के देवता हैं और उनका संदेश साफ है—जो जैसा करेगा, वैसा फल पाएगा। उन्होंने कहा कि जीवन में सच्चाई, न्याय और कर्तव्यनिष्ठा ही मनुष्य की सबसे बड़ी पूंजी है और यही मूल्य हमारे समाज और राष्ट्र को मजबूत बनाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कायस्थ समाज के इतिहास को गौरवशाली बताते हुए कहा कि इस समाज ने शिक्षा, लेखन, प्रशासन, न्याय और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार समाज के सभी वर्गों के सम्मान और विकास के लिए संकल्पित है और सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण और जनकल्याण के कार्य उनकी प्राथमिकता में हैं। मुख्यमंत्री ने भगवान श्री चित्रगुप्त के आशीर्वाद की कामना करते हुए कहा कि उनका आशीष हमें सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता रहे।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने आयोजक मंडल को भव्य आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि इस आयोजन से न केवल हमारी सांस्कृतिक चेतना को नई ऊर्जा मिलेगी, बल्कि इससे नई पीढ़ी अपने गौरवशाली इतिहास से भी परिचित होगी। कायस्थ समाज के सदस्यों का देश की आज़ादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान रहा, साथ ही कला, साहित्य, संगीत सहित विभिन्न विधाओं में भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने समाज की महान विभूतियों को याद किया।
इस मौके पर कार्यक्रम के संयोजक एवं छत्तीसगढ़ राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव ने भी संबोधित करते हुए समाज की गतिविधियों से अवगत कराया।इस मौके पर आयोजन समिति के पदाधिकारी एवं कायस्थ समाज के गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि मध्यप्रदेश के मंडला जिले के रामनगर में आयोजित आदि उत्सव का कार्यक्रम जनजातीय समाज के लिए गौरव की बात है। आदि उत्सव कार्यक्रम में जनजातीय समाज के रीति-रिवाज, परंपरा, संस्कृति, इतिहास इत्यादि के बारे में जानकारी दी जाती है, इसलिए संपूर्ण जनजातीय समाज आदि उत्सव के महाकुम्भ में उपस्थित हुआ है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय रविवार को रामनगर में आयोजित आदि उत्सव कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री साय के आगमन पर उनका फूलमालाओं, लोकगीत व लोकनृत्य कर भव्य स्वागत किया गया, इस अवसर पर गोंडवाना ध्वजारोहण भी किया गया। इस अवसर पर केन्द्रीय जनजातीय मंत्री श्री जुएल ओराम, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजातीय आयोग के अध्यक्ष श्री अंतर सिंह आर्य, मध्यप्रदेश शासन की लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उइके, उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री समाज कल्याण अनु.जा. एवं जन. कल्याण श्री संजीव गौंड़, सांसद श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, लोकसभा सांसद कांकेर श्री भोजराज नाग सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि उन्हें आदि उत्सव कार्यक्रम के महाकुंभ में शामिल होने का अवसर मिला है। आदि उत्सव कार्यक्रम में पहुंचने से पहले जनजातीय समाज के चौगान स्थित मढ़िया में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की जनता के लिए सुख-समृद्धि की कामना करते हुए आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश राज्य, छत्तीसगढ़ राज्य का बड़ा भाई है इसलिए मध्यप्रदेश में आने पर उन्हें बहुत प्रसन्नता होती है। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ था। छत्तीसगढ़ राज्य बने अब 25 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि रामनगर मंडला में आदि उत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ केन्द्रीय मंत्री श्री जुएल ओराम के द्वारा किया गया था। आदि उत्सव कार्यक्रम आयोजित करने से जनजातीय समाज की संस्कृति, रीति-रिवाज, परंपरा और इतिहास को जानने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि गोंड़वाना की इस धरा में रानी दुर्गावती और राजा शंकरशाह व कुंवर रघुनाथशाह ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर किए हैं। हमारे इन महापुरूषों की वीरगाथाओं से आने वाली पीढ़ी को अवगत कराना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारतवर्ष में जनजातीय समाज के 11 करोड़ लोग निवास करते हैं। जनजातीय समाज के विकास और उत्थान के लिए भारत सरकार के द्वारा जनजातीय मंत्रालय का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को जनजातीय समाज के विकास व उत्थान की गहरी चिंता है। प्रधानमंत्री प्रतिवर्ष जनजातीय क्षेत्रों के लिए करोड़ों रूपए का बजट आवंटित कराते हैं।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सबका साथ सबका विकास के नारा के साथ काम करते हुए 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा दिया जायेगा और नक्सलवाद को समाप्त किया जायेगा। डबल इंजन की सरकार का लाभ प्रदेशवासियों को मिल रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान बिरसामुंडा के जन्मदिन 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने धरती आबा योजना प्रारंभ कर जनजातीय समाज व जनजातीय क्षेत्रों को विकास के पथ पर जोड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना के माध्यम से पिछड़ी जनजातीय परिवारों के लिए पक्के मकान बनाए जा रहे हैं। जनजातीय समाज व जनजातीय क्षेत्रों के लिए बिजली, सड़क और पानी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।
रायपुर : मध्यप्रदेश के मंडला जिले के रामनगर में आदि उत्सव का भव्य शुभारंभ रविवार 4 मई को माँ नर्मदा के तट पर हुआ। सातवे आदि उत्सव के शुभारंभ अवसर पर देशभर से आए अतिथियों ने उत्सव की शोभा बढ़ाई। शुभारंभ दिवस पर मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन श्री विष्णुदेव साय, केन्द्रीय जनजातीय मंत्री श्री जुएल ओराम, लोकसभा सांसद कांकेर श्री भोजराज नाग सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
दो दिवसीय इस उत्सव के प्रथम दिवस में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए महा आरोग्य शिविर तथा निःशक्तजन के कल्याण के लिए एमिल्को के सहयोग से दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदाय करने हेतु दिव्यांग शिविर का आयोजन किया गया। उत्सव के दौरान लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित हुए अतिथियों द्वारा महा आरोग्य शिविर, दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग प्रदाय करने हेतु एमिल्को के सहयोग से लगाए गए सहायक उपकरण वितरण शिविर तथा मिलेट फेस्टिवल का अवलोकन किया गया। आदिवासी गुदुम दल, आदिवासी नृत्य एवं अन्य आदिवासी लोक संस्कृति के सांस्कृतिक आयोजनों ने लोगों का मन मोह लिया। दोपहर बाद उत्सव में संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया। उत्सव के दौरान शासन के विभिन्न विभागों द्वारा योजनाओं के स्टॉल प्रदर्शित किए गए, इसके अलावा कृषि विभाग एवं राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से फूड स्टॉल लगाए गए। आदि उत्सव के प्रथम दिवस पर जिले एवं जिले के बाहर से आदिवासी परंपरा एवं पूजा पद्धतियों को संभालने वाले पंडा तथा भुमका भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रविवार को मध्यप्रदेश के मंडला जिले में प्राचीन देव मढ़िया चौगान में पूजा-अर्चना की। उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता के लिए सुख-समृद्धि की कामना की।
रायपुर :मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का रविवार को मध्यप्रदेश के मंडला जिले में चौगान स्थित हेलीपैड में आगमन पर सांसद श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री साय रागनगर में आयोजित आदि उत्सव कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।
रायपुर :राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज किशोर मधुमेह यानी टाइप-1 डायबिटीज के प्रति किशोरो में जागरूकता फैलाने निकली गुजरात की दो बहनेंकृडॉ. स्मिता जोशी और डॉ. शुक्लाबेन रावल की सेल्फ कार ड्राइव जनजागरूकता यात्रा को राजभवन परिसर से हरी झंडी दिखाकर आगे रवाना किया। श्री डेका ने इस सामाजिक पहल की सराहना की और दोनों चिकित्सकों को शुभकामनाएं दीं।
डॉ. स्मिता जोशी और डॉ. शुक्लाबेन रावल ने बताया कि वे वर्ष 2018 से भारत में मधुमेह टाइप-1 से पीड़ित बच्चों के हित में कार्य कर रही हैं। उनका उद्देश्य है कि हर ज़िले के शासकीय अस्पताल में एनसीडी क्लिनिक की तर्ज़ पर टाइप-1 डायबिटीज़ के लिए समर्पित क्लिनिक की स्थापना हो।
इस क्रम में उन्होंने 20 अप्रैल 2025 को गुजरात से अपनी जागरूकता यात्रा प्रारंभ की, जो अब तक राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और अब छत्तीसगढ़ तक पहुँच चुकी है। यह अभियान कुल 12 राज्यों में संचालित किया जा रहा है।
राज्यपाल श्री डेका से मुलाक़ात के दौरान दोनों बहनों ने उन्हें अभियान की विस्तृत जानकारी दी और भविष्य में राज्यों के स्वास्थ्य ढांचे में सुधार की दिशा में अपने प्रयासों को साझा किया।
मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ पादप बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री विकास मरकाम के पदभार ग्रहण एवं अभिनंदन समारोह में हुए शामिल
रायपुर मई 2025/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड के नव नियुक्त अध्यक्ष श्री विकास मरकाम के पदभार ग्रहण एवं अभिनंदन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने श्री मरकाम को नई जिम्मेदारी के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने पदभार ग्रहण समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड के माध्यम से बस्तर एवं सरगुजा संभाग में औषधि पादप को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि औषधि पौधों में बहुत से गुण होते हैं, इनके साथ ही बेहतर आमदनी के लिए औषधि पादपों के रोपण को बढ़ावा देने की जरूरत है। बस्तर एवं सरगुजा में इसकी अपार संभावनाएं है। बोर्ड को इस दिशा में और अधिक कार्य करने की जरूरत है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारे बैगा-गुनिया और वैद्य आदिम समय से वन औषधि की पहचान कर लोगों का इलाज करते हैं। उन्होंने कहा डॉ रमन सिंह जी ने बैगा, वैद्य के बेहतरी एवं मानव स्वास्थ्य सेवा के लिए छत्तीसगढ़ आदिवासी, स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड गठन किया था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के ओरछा के परंपरागत वैद्य श्री हेमंचद मांझी को औषधि पादप के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ठ कार्य के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया है।
आदिम जाति विकास मंत्री श्री राम विचार नेताम ने कहा कि जिन उद्देश्यों को लेकर छत्तीसगढ़ आदिवासी, स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड का गठन किया गया है, निश्चित ही श्री मरकाम के नेतृत्व में उन उद्देश्यों को पूरा कर पाएंगे। वैद्यों के ज्ञान एवं वनौषधियों के अनुभव का संग्रहण कर एक डाटाबेस तैयार करने बोर्ड को कार्य करने की जरूरत है ताकि इस डाटा का उपयोग समाज एवं मानव स्वास्थ्य के बेहतरी के लिए किया जा सके।
वन एव जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का आक्सीजन जोन है। वनौषधियों के संरक्षण एवं संवर्धन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ आदिवासी, स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड की है। हमारी सरकार वन में रहने वाली ग्रामीणों के लिए बेहतर कार्य कर रहे है। छत्तीसगढ़ में 5500 रूपये प्रति मानक बोरा के दर समर्थन मूल्य में वनोपज की खरीदी होती है जिसका फायदा तेंदूपता संग्राहकों को मिलता है। इसके साथ ही 67 प्रकार के वनोपज की भी खरीदी होती है। पदभार ग्रहण एवं अभिनंदन समारोह को पूर्व राज्यसभा सांसद श्री समीर उरांव और पादप बोर्ड के नवनिययुक्त अध्यक्ष श्री विकास मरकाम ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर रायपुर लोकसभा सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, राज्यसभा सांसद श्री देवेंद्र प्रताप सिंह, विधायक सर्वश्री राजेश मूणत, मोती लाल साहू, गजेंद्र यादव, नीलकंठ टेकाम, प्रणव मरपच्ची, सहित विभिन्न मंडल एवं आयोग के अध्यक्षों, छत्तीसगढ़ आदिवासी, स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड के अधिकारी कर्मचारी गण एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक सहित वैद्य एवं आर्युवेदाचार्य उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री साय छत्तीसगढ़ रजककार विकास बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में हुए शामिल
रायपुर 2025/मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के मेडिकल कॉलेज स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में छत्तीसगढ़ रजककार विकास बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष के पदभार ग्रहण कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने रजककार विकास बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री प्रहलाद रजक को नए दायित्व के लिए बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा रजक समाज,जिनका परिश्रम, सेवा भावना और सामाजिक सद्भाव में महत्वपूर्ण योगदान रहा है उनका सशक्तिकरण हमारी सरकार की प्राथमिकताओं में है। रजक धोबी समाज हमारे गांवों के उन समुदायों में से एक हैं जिन्हें हुनर पीढ़ी दर पीढ़ी मिलता आया है। इसी हुनर से वे रोजगार प्राप्त करते रहे हैं। नये जमाने में इस हुनर को और निखारने की जरूरत है। हम परंपरागत काम को कैसे आधुनिक बना सकते हैं, रोजगार के नये अवसरों का निर्माण कैसे कर सकते हैं, इस बारे में भी बोर्ड के माध्यम से पहल करें। आप जो रास्ता तय करेंगे, उसमें हमारी सरकार आपके साथ खड़ी मिलेगी।
श्री साय ने आगे कहा रजक समाज परंपरागत रूप से श्रम, सेवा और स्वाभिमान की प्रतिमूर्ति है। छत्तीसगढ़ का ऐसा कोई गांव नहीं जहां रजक समुदाय के लोग निवास नहीं करते है। हर गांव में रजक समाज से जुड़े व्यक्ति निवास रहते है जिनका समाज व्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान है। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विकसित भारत के संकल्प के अनुरूप विकसित छत्तीसगढ़ निर्माण की दिशा में तैयारी से आगे बढ़ रहे हैं, तब यह आवश्यक है कि समाज के हर वर्ग को बराबरी का अवसर और सम्मानजनक भागीदारी मिले।
हमारी सरकार दृढ़ संकल्पित है कि हम अनुसूचित जाति, जनजातियों, पिछड़े वर्ग और वंचित समुदायों को शिक्षा, रोजगार, व्यवसाय,और स्वावलंबन के सभी साधन उपलब्ध कराएं। यही सामाजिक न्याय है। यही समरसता का मार्ग है। हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी कौशल उन्नयन को लगातार प्रोत्साहित कर रहे हैं। हम लोग विभिन्न योजनाओं के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षित कर उनका स्किल डवलपमेंट से स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर आत्मनिर्भर बना रहे हैं।
रजककार विकास बोर्ड का गठन इसी उद्देश्य से किया गया है कि हम इस समाज की विशिष्ट आवश्यकताओं को पहचानें, उनके लिए योजनाएँ बनाएं,और उन्हें विकास की मुख्यधारा में पूरी गरिमा के साथ जोड़ें। मुझे विश्वास है श्री प्रहलाद रजक जी अपने सुदीर्घ अनुभव से समाज की अपेक्षाओं निश्चित ही खरा उतरेंगे। उनकी यह नियुक्ति केवल एक दायित्व नहीं, बल्कि सरकार की उस प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जो सामाजिक समरसता,समान अवसर और सामाजिक न्याय पर आधारित है।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री श्री रामविचार नेताम ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री केदार कश्यप, श्री दयाल दास बघेल,श्री टंक राम वर्मा, दुर्ग सांसद श्री विजय बघेल,विधायक श्री अमर अग्रवाल,श्री मोती लाल साहू ईश्वर साहू, दीपेश साहू, सहित विभिन्न मंडल आयोग के अध्यक्ष,छत्तीसगढ़ रजककार विकास बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारीगण एवं बड़ी संख्या में रजक,धोबी एवं कन्नौजे समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न
रायपुर, मई 2025/मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य विभाग के सभी प्रमुख अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि आमजन के हित में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होते रहना चाहिए। उन्होंने कहा है कि अस्पतालों में मरीजों के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित हो और उन्हें अपने घर के आस पास ही अच्छा इलाज मिले। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय आज रायपुर सिविल लाइन स्थित अपने निवास कार्यालय में स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि एनीमिया, मैटरनल प्रोग्राम और लेप्रोसी जैसी बीमारियों पर प्राथमिकता से काम किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजनों के इलाज में कोई कमी नहीं आएगी और इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के खाली पदों को भी शीघ्र ही पीएससी और व्यापम के द्वारा भरा जाएगा।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने राज्य सरकार के गठन के बाद स्वास्थ्य के क्षेत्र में की गयी उपलब्धियों की जानकारी देते हुए भविष्य की योजनाओं को भी मुख्यमंत्री के सामने रखा। स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री अमित कटारिया ने बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य टीबी और मलेरिया जैसी बीमारियों के उन्मूलन की दिशा में बेहतर कार्य कर रहा है। टीबी उन्मूलन की दिशा में उपचार सफलता की दर 90 फीसदी है जबकि इस दौरान शत प्रतिशत टीबी मरीजों का नोटिफिकेशन किया गया है। इसके साथ ही राज्य में मार्च 2025 तक टीकाकरण का 94 फीसदी लक्ष्य पूर्ण किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री अमित कटारिया, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी दयानंद, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा एवं आयुक्त आयुष विभाग श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी, प्रबंध संचालक एनएचएम एवं आयुक्त सह संचालक डॉ प्रियंका शुक्ला, खाद्य एवं औषधि विभाग के नियंत्रक श्री दीपक अग्रवाल, सीजीएमएससी प्रबंध संचालक श्रीमती पद्मिनी भोई साहू समेत स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।