स्पोर्ट्स

स्पोर्ट्स (4440)

 

विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन के लिए विदेश में प्रशिक्षण की सुविधा मिलेगी। इसका खर्च खेल मंत्रालय उठाएगा। इसी के तहत ही भारतीय खिलाड़ी सितंबर में होने वाले विश्व चैंपियनशिप से पहले यूरोप और अमेरिका में अभ्यास करेंगे। एथलेटिक्स के सबसे अधिक खिलाड़ियों को विदेश में प्रशिक्षण की सुविधा मिलेगी। एक बैठक में एथलेटिक्स के लिए 86 लाख रुपये के प्रशिक्षण और प्रतियोगिता प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी है। इस राशि का एक बड़ा हिस्सा उन खिलाड़ियों के लिए निर्धारित किया गया है जिन्होंने 13 से 21 सितंबर तक टोक्यो में होने वाली प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई किया है। भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा के नाम विश्व चैंपियनशिप के दो पदक है और 27 साल का यह खिलाड़ी एक बार फिर से भारत के लिए पदक की सबसे बड़ी उम्मीद होगा। वह 57 दिनों के लिए प्राग और चेक गणराज्य के निम्बार्क में प्रशिक्षण लेंगे। चोपड़ा ने 2022 में रजत और 2023 में स्वर्ण पदक जीता था। वहीं स्टीपलचेज खिलाड़ी अविनाश साबले, पारुल चौधरी और लंबी दूरी के धावक गुलबीर सिंह 15 जुलाई से तीन सितंबर तक कोलोराडो स्प्रिंग्स, लॉस एंजिल्स में प्रशिक्षण लेंगे। सरकार ने तीनों के प्रशिक्षण खर्च के लिए 41.29 लाख रुपये मंजूर किए हैं।
ये तीनों राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक हैं और उन्होंने मई में एशियाई चैंपियनशिप के दौरान अच्छा प्रदर्शन किया था। इसमें साबले ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि चौधरी ने महिलाओं की स्टीपलचेज और 5000 मीटर दौड़ में रजत पदक हासिल किया था। गुलवीर ने पुरुषों की 10,000 मीटर के साथ-साथ 5,000 मीटर स्पर्धा में भी स्वर्ण पदक हासिल किया था।
वहीं मध्यम दूरी के धावक अजय कुमार सरोज को शीर्ष खिलाड़ियों के साथ अभ्यास के लिए 10.32 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। उन्होंने 2023 में हांगझोऊ एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था। पिछले साल का अधिकांश समय सरोज टखने की चोट से जूझते रहे थे। लंबी कूद के खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर 19 जुलाई से 14 अगस्त तक यूरोप और मध्य एशिया (पुर्तगाल, स्पेन और कजाकिस्तान) में प्रतियोगिताओं के लिए जाएंगे, जिसके लिए सरकार ने 5.58 लाख रुपये मंजूर किए हैं।महिला लंबी कूद की खिलाड़ी एंसी सोजन और शैली सिंह भी लंदन, बर्लिन और लॉजेन में होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए यूरोप में रहेंगी, जिस पर 9.21 लाख रुपये का खर्च आएगा। पैरा बैडमिंटन में 11 खिलाड़ी 22 से 26 जुलाई तक कार्डिफ में ब्रिटिश और आयरिश पैरा-बैडमिंटन चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा करेंगे।

 

 

टेनिस स्टार साइना मिर्जा और बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल दोनों ही अपने-अपने क्षेत्र की दिग्गज खिलाड़ी हैं पर कई लोग इन दोनो के मिलते जुलते नामों के कारण संशय में आ जाते हैं। जहां साइना बैंडमिंटन खिलाड़ी हैं, वहीं सानिया टेनिस खिलाड़ी है के तौर पर जानी जाती हैं। सानिया ने फरवरी 2023 में दुबई टेनिस चैंपियनशिप के बाद पेशेवर टेनिस को अलविदा कह दिया था। सानिया मिर्जा का जन्म मुंबई में हुआ था पर वे पली-बढ़ी हैदराबाद में थीं, जबकि साइना नेहवाल हरियाणा की रहने वाली हैं। ये दोनो ही अपनी निजी ज़िंदगी को लेकर भी चर्चाओं में रही है। हरियाणा के हिसार की साइना नेहवाल ने हैदराबाद के सेंट ऐनी कॉलेज, मेहदीपट्टनम से 10वीं पास की थी। बैडमिंटन में व्यस्तता के कारण वह कॉलेज की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाई थीं। साइना ने कई अंतरराष्ट्रीय खिताब जीते और भारत को बैडमिंटन में ग्लोबल पहचान दिलाई। वहीं दसूरी ओर हैदराबाद से स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद सानिया ने सेंट मैरी कॉलेज, हैदराबाद से ग्रेजुएशन किया। साल 2008 में उन्हें चेन्नई के एमजीआर शैक्षिक और अनुसंधान संस्थान से डीलिट की मानद उपाधि भी मिली।
सानिया की शादी पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक की शादी 2010 में हुई थी और 2018 में उनके बेटे इजहान मिर्जा मलिक का जन्म हुआ था। 2024 में सानिया ने शोएब से तलाक ले लिया था। वहीं, साइना नेहवाल ने साल 2018 में शादी की थी और करीब 7 सालों बाद यानी 2025 में अपने पति पारुपल्ली कश्यप से तलाक ले लिया।
साइना
साइना नेहवाल खेल के साथ ही कमाई के मामले में भी पीछे नहीं है। साइना अपनी स्टाइलिश जीवनशैली के लिए भी जानी जाती हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार ओलंपिक में पदक विेजेता होने के साथ ही विश्व की नंबर एक खिलाड़ी रही साइना की संपत्ति तकरीबन 36 से 40 करोड़ रुपये की है। वह देश की सबसे धनी बैडमिंटन खिलाड़ियों में शामिल हैं। में गिनी जाती हैं। उनकी कमाई टूर्नामेंट, ब्रांड एंडोर्समेंट और रॉयल्टी से आती है। इसके साथ ही उनके पास लग्जरी कार ओर आलिशान घर हैं। साइना ने 2015 में हैदराबाद में 4.6 करोड़ रुपये का एक आलीशान घर खरीदा था। साथ ही उनके कलेक्शन में बेहतरीन कारें भी शामिल हैं। उनके गैराज में मिनी कूपर, बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज-बेंज और मर्सिडीज-एएमजी जीएलई 53 जैसे कारों शामिल हैं। वहीं एक और रिपोर्ट के अनुसार, साइना नेहवाल की नेटवर्थ करीब 4 से 5 करोड़ रुपये के आसपास है। जिस कारण उनकी मासिक आय करीब 30 से 40 लाख रुपये है। वह कई प्रतिष्ठित ब्रांड्स साथ जुड़ी हैं। इन ब्रांड्स में योनेक्स, बीपीसीएल, हर्बालाइफ, टॉप रैमन, वैसलीन, एडलवाइज, आईओबी, केलोग्स आदि शामिल हैं। साइना नेहवाल ने 2012 में रिति स्पोर्ट्स से 40 करोड़ रुपये बड़ा अनुबंध किया था। बाद में क्वान एंटरटेनमेंट से उनका करार हो गया था।
सानिया
वही सानिया मिर्जा की कमाई मुख्य रूप से टेनिस, ब्रांड एंडोर्समेंट और अपनी टेनिस अकादमी से होती है। उनकी कुल संपत्ति लगभग 216 करोड़ रुपये आंकी गई है।
सानिया ने खेल से अच्छी कमाई की है। संन्यास के बाद भी वह ब्रांड एंडोर्समेंट और विज्ञापनों से मोटी कमाई करती हैं। वह वह कई प्रसिद्ध ब्रांडों के साथ जुड़ी हुई हैं और विज्ञापन से भी अच्छी कमाई करती हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, सानिया एक विज्ञापन के लिए 60-70 लाख रुपये लेती हैं। इसके अलावा सानिया की टेनि अकादम भी है।

 

भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच अमोल मजूमदार ने कहा है कि महिला प्रीमियर लीग (डब्यूपीएल) के अनुभवों के कारण ही इस बार भारतीय टीम इंग्लैंड में टी20 सीरीज जीतने में सफल रही है। उन्होंने कहा, ‘डब्यूपीएल से टीम को कई प्रतिभाएं मिली हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है पर भारत में और भी टूर्नामेंट हैं जिन पर हमारी नजरें है। बहुत सारे घरेलू खिलाड़ी भी इनमें खेल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘डब्यूपीएल बीसीसीआई की पहल का एक हिस्सा मात्र है। इसलिए मुझे लगता है कि डब्ल्यूपीएल हमारे लिए एक सुखद अनुभव रहा है। लेकिन साथ ही ऐसे अन्य टूर्नामेंट भी हैं जो महत्वपूर्ण हैं। भारत की पदार्पण करने वाली बाएं हाथ की स्पिनर श्री चरणी ने 10 विकेट लेकर श्रृंखला जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और वह भी डब्ल्यूपीएल से ही निकलकर भारतीय टीम में पहुंची हैं। अमोल ने कहा, ‘मुझे लगता है, आप जानते हैं, डब्ल्यूपीएल से हमने उन्हें पहचाना और फिर मुझे लगता है कि उनकी प्रगति शानदार रही है। हम एक बाएं हाथ की स्पिनर की तलाश में थे और वह इस काम के लिए बिल्कुल सही रही हैं। मजूमदार ने कहा कि इस सीरीज में सबसे विशेष बात भारत की सटीक गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण रहा जिसने पहले से ही मजबूत बल्लेबाजी क्रम का अच्छा साथ निभाया। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि सबसे अहम बात हमारी गेंदबाजी थी। इसमें कोई संदे नहीं है। भारत से रवाना होने से पहले हमारे पास एक रणनीति थी। हमारा शिविर अच्छा था और हमने अपनी गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण पर काफी ध्यान दिया जिसका प्रभाव इस सीरीज में दिखा। मुझे लगता है कि सबसे बड़ी उपलब्धि हमारी गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण रहे। राधा यादव की गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण ने भी श्रृंखला के दौरान ध्यान आकर्षित किया और मजूमदार ने कहा कि यह सुधार इस बाएं हाथ की स्पिनर द्वारा घरेलू स्तर पर किए गए प्रयासों का परिणाम है।

 

ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिनर नाथन लियोन ने कहा है कि अभी उनका संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है। लियोन के अनुसार वह संन्यास लेने से पहले भारत में एक टेस्ट सीरीज जीतना चाहते हैं। ऑस्ट्रेलिया ने अंतिम बार भारत में साल 2004 में टेस्ट सीरीज जीती थी। इसके बाद से ही कंगारु टीम मैच जीती है पर सीरीज अपने नाम नहीं कर पायी है। इस प्रकार टीम दो दशक से भारत में सीरीज जीतने में विफल रही है।
37 साल के हो रहे लियोन ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल ऑफ स्पिनर हैं। उन्होंने भारतीय टीम के खिलाफ 32 टेस्ट मैच खेले हैं। इन मैचों में उनको 130 विकेट भी मिले हैं पर वह कभी भी भारत में टेस्ट सीरीज जीत नहीं पाये हैं। ऑस्ट्रेलिया ने साल 2004-05 में अंतिम बार भारत में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर जीती थी पर तब लियोन टीम में शामिल नहीं थे। इसके बाद से ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत में टेस्ट सीरीज नहीं जीत पायी है। लियोन ने कहा, मैंने हमेशा ही कहा है कि मैं भारत के अलावसा इंग्लैंड में भी टेस्ट सीरीज जीतना चाहता हूं। हमें कुछ सालों में यह अवसर मिल सकता है। हमें इसके लिए लगातार टेस्ट खेलना होगा और तय करना होगा कि हम पहले वेस्टइंडीज में जीत कर लय हासिल करें। फिर हमें अपनी धरती पर एशेज में बेहतर प्रदर्शन में आसानी होगी। एक और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल पर मेरी नजरें रहेंगी।

 

नई दिल्ली : वेस्टइंडीज के दिग्गज ऑलराउंडर आंद्रे रसेल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया है। 37 साल का यह ऑलराउंडर करियर के आखिरी दो मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलेगा, जो कि एक टी20 मैच होगा। रसेल का चयन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की घरेलू टी20 सीरीज में हुआ है। इस सीरीज के शुरुआती दो मैच जमैका के सबीना पार्क में खेले जाएंगे, जो कि रसेल का घरेलू मैदान है। इन्हीं दो मैच के बाद रसेल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देंगे। वेस्टइंडीज क्रिकेट ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में उन्हें ट्रिब्यूट दिया। इसमें रसेल का भी बयान है। वैसे तो रसेल के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ज्यादा बड़े रिकॉर्ड्स नहीं हैं, लेकिन वनडे में उनके द्वारा भारत के खिलाफ साल 2011 में बनाया गया एक रिकॉर्ड आज भी कायम है।

रसेल का रिकॉर्ड जो टूटना मुश्किल

दरअसल, साल 2011 में भारत ने वेस्टइंडीज का दौरा किया था। तब नॉर्थ साउंड में हुए वनडे में आंद्रे रसेल ने नौवें नंबर पर बल्लेबाजी की थी और नाबाद 92 रन की पारी खेली थी। 64 गेंदों की अपनी पारी में उन्होंने आठ चौके और पांच छक्के लगाए थे। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 143.75 का रहा था। नाबाद 92 रन वनडे क्रिकेट में नौवें या इससे निचले नंबर पर बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ियों में सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर है। उनके बाद वेस्टइंडीज के ही रवि रामपॉल का नंबर आता है, जिन्होंने 2011 में ही विशाखापत्तनम में वनडे में 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 75 गेंद पर नाबाद 86 रन बनाए थे। रसेल द्वारा वनडे में बनाया गया यह रिकॉर्ड शायद ही कोई नौवें या इससे नीचे बैटिंग करने वाला खिलाड़ी तोड़ पाए।

 

 

नई दिल्ली : वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर आंद्रे रसेल इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने वाले हैं। वे अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का अंतिम मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलेंगे। रसेल के संन्यास की खबर पर देश के क्रिकेट बोर्ड ने उनकी 17 तस्वीरें साझा कर उन्हें थैंक्यू कहा। रसेल को सलाम करते हुए विंडीज क्रिकेट के आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा गया, 'आपने पूरे दिल, जुनून और गर्व के साथ 15 साल वेस्ट इंडीज के लिए क्रिकेट खेली।' क्रिकेट बोर्ड ने कहा कि मैदान पर जब भी रसेल होते थे, प्रशंसकों को चमत्कारिक ताकत का एहसास होता था। इसके अलावा रसेल दो बार टी-20 वर्ल्ड कप चैंपियन टीम का हिस्सा भी रहे। क्रिकेट बोर्ड आपको सलाम करता है।

वेस्ट इंडीज के लिए साल 2019 से ही रसेल केवल टी-20 क्रिकेट खेल रहे हैं।
37 साल के इस ऑलराउंडर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए चुना गया है।
पांच मैचों की टी20 सीरीज के शुरुआती दो मुकाबले रसेल के करियर के आखिरी मैच होंगे।
जमैका रसेल का होम ग्राउंड है, यहां सबीना पार्क स्टेडियम में दो अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले जाएंगे, यही विदाई मैच होंगे।
संन्यास की खबर पर बोले रसेल- वेस्टइंडीज के लिए खेलना शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता... इसने मुझे और बेहतर बनने के लिए प्रेरित किया।

 

14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने IPL 2025 में 35 गेंदों वाला शतक जमाने के बाद से ही रिकॉर्डों का अंबार लगा रखा है. हर मैच जो वो खेल रहे हैं, उसमें कोई ना कोई कारनामा करके दिखा रहे है. क्रिकेट के गलियारों में उनकी बल्लेबाजी, उनके बनाए रिकॉर्डों बात होना तो जैसे अब आम ही हो गया है. वैभव सूर्यवंशी फिलहाल भारत की अंडर 19 टीम के साथ इंग्लैंड के अपने पहले दौरे पर हैं. इस दौरे पर भी रिकॉर्डों को तोड़ने और बनाने का उनका सिलसिला जारी है. इंग्लैंड में अब तक बनाए उनके ज्यादातर रिकॉर्डों से भी आप वाकिफ होंगे. लेकिन, वो दो रिकॉर्ड जो उन्होंने बैक टू बैक 72 घंटों के अंतराल पर बनाए हैं, उसके बारे में आपको शायद ही पता होगा.

वैभव सूर्यवंशी ने बनाए वो बैक टू बैक रिकॉर्ड
अब सवाल है कि 14 साल के वैभव के बैक टू बैक बनाए वो दो हैरतअंगेज रिकॉर्ड, हैं कौन-कौन? इंग्लैंड दौरे पर वैभव को लेकर हमने उनके कई रिकॉर्डों की बात की. जैसे उन्होंने U19 ODI में सबसे तेज शतक जड़ दिया. वो यूथ टेस्ट में विकेट लेने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बन गए. या फिर उनका 5 मैचों की U19 ODI सीरीज में सबसे ज्यादा 29 छक्के जड़ना. लेकिन, उन्हीं सबके बीच वैभव ने दो ऐसे रिकॉर्ड भी बनाए, जिसके बारे में ना के बराबर लोगों का ही ध्यान गया होगा.

गेंदें 25 हों या 50… वैभव से ज्यादा स्ट्राइक रेट किसी का नहीं
वैभव सूर्यवंशी ने इंग्लैंड में वो रिकॉर्ड 72 घंटों के अंदर बनाए हैं. उन्होंने बैक टू बैक मैचों में उन रिकॉर्डों की स्क्रिप्ट लिखी, जो कि उनकी बल्लेबाजी के स्ट्राइक रेट से जुड़े हैं. U19 वनडे में 50 प्लस गेंद की इनिंग से जुड़ा मामला हो या फिर 25 प्लस गेंद, दोनों में ही बेस्ट स्ट्राइक रेट का वर्ल्ड रिकॉर्ड वैभव सूर्यवंशी के नाम दर्ज हुआ है.

वैभव सूर्यवंशी ने 2 जुलाई को इंग्लैंड की अंडर 19 टीम के खिलाफ खेले 5 वनडे की सीरीज के तीसरे मैच में सिर्फ 31 गेंदों पर 277.41 की स्ट्राइक रेट से 86 रन बनाए थे. 9 छक्के और 6 चौके वाली वैभव सूर्यवंशी की इस पारी का स्ट्राइक रेट कम से कम 25 गेंद की इनिंग में सर्वश्रेष्ठ है. अगले 72 घंटों के भीतर ही वैभव सूर्यवंशी ने सीरीज का चौथा वनडे खेला, जिसमें उन्होंने 78 गेंदों पर 143 रन 10 छक्के और 13 चौके की मदद से बनाए. इसमें 183.33 का उनका स्ट्राइक रेट कम से कम 50 गेंदों वाली U19 वनडे इनिंग में सबसे बेहतर है.

इन्हीं दो रिकॉर्डों के साथ वैभव सूर्यवंशी इंग्लैंड के खिलाफ U19 वनडे सीरीज में सबसे ज्यादा 355 रन बनाने वाले और सबसे ज्यादा 29 छक्के लगाने वाले बल्लेबाज भी बने.

 

 

नई दिल्ली : कभी सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के खिलाफ क्रिकेट खेलने वाले इंग्लैंड के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज जैक रसेल आज गुमनामी का जीवन जी रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि 61 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी गुजारा करने के लिए लंदन के पॉश इलाकों में पेंटिंग कर रहे हैं।

रसेल का करियर

इंग्लैंड के लिए 1987 में डेब्यू करने वाले जैक रसेल ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान 54 टेस्ट और 40 वनडे मैच खेले। इनमें उन्होंने क्रमश: 1897 और 423 रन बनाए। वहीं, 465 फर्स्ल क्लास और 479 लिस्ट ए मैचों में उनके नाम क्रमश: 16861 और 6626 रन दर्ज हैं। रसेल पेटिंग बनाने में व्यस्त रहते हैं। उनसे संपर्क करने उनसे संपर्क करने का एकमात्र तरीका ईमेल है और व्यक्तिगत मुलाकात के लिए सबसे संभावित स्थान लंदन स्थित क्रिस बीटल्स गैलरी है।

इंग्लैंड ने लॉर्ड्स टेस्ट में भारत को 22 रन से हरा दिया। सोमवार को मैच के 5वें दिन भारत को 135 रन बनाने थे, 6 विकेट बाकी थे। टीम ने 112 रन बनाने में ही सभी विकेट गंवा दिए। इसी के साथ इंग्लैंड ने 5 टेस्ट की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में 2-1 की बढ़त बना ली। चौथा टेस्ट 23 जुलाई से मैनचेस्टर में खेला जाएगा।

गुरुवार, 10 जुलाई को लंदन में इंग्लैंड ने बैटिंग चुनी। दोनों टीमें पहली पारी में 387-387 रन ही बना सकीं। दूसरी पारी में इंग्लैंड ने 192 रन बनाए। 193 रन के टारगेट के सामने भारत से केएल राहुल (39 रन) और रवींद्र जडेजा (नाबाद 61 रन) ही फाइट दिखा सके। बाकी कोई भी बैटर 15 रन का आंकड़ा भी नहीं छू सका। इंग्लैंड से बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर ने 3-3 विकेट लिए। बेन स्टोक्स प्लेयर ऑफ द मैच रहे।

भारत ने लॉर्ड्स स्टेडियम में एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट 22 रन से गंवा दिया। 193 रन के टारगेट के सामने मुकाबले के आखिरी दिन टीम इंडिया 170 रन ही बना सकी। इसी के साथ इंग्लैंड ने 5 टेस्ट की सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है।

भारत की हार में बैटर्स का खराब प्रदर्शन सबसे बड़ी वजह रहा। कप्तान शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और करुण नायर दोनों पारियों में फ्लॉप रहे। वहीं टीम के लोअर बैटर्स दोनों ही पारियों में बैट से कमाल नहीं कर सके। गेंदबाजी मजबूत रही, इसके बावजूद टीम पहली पारी में बढ़त नहीं ले सकी। इंग्लिश टीम में जोफ्रा आर्चर की वापसी और लॉर्ड्स की पिच पर टॉस गंवाना भी भारत की हार की वजह बना। भारत ने 63 एक्स्ट्रा रन भी दिए।

Page 1 of 318

Ads

R.O.NO. 13327/74 Advertisement Carousel

MP info RSS Feed

फेसबुक