ईश्वर दुबे
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Bhilai
कनाडा : कनाडा के सिसौगा सेलिब्रेशन स्कवायर पर शनिवार को सिंध के रहने वाले हिंदुओं ने प्रदर्शन किया. इन सभी ने पाकिस्तान से नाबालिग हिंदू लड़कियों के होने वाले जबरन धर्म परिवर्तन को रोकने और उन लड़कियों के लिए न्याय मांगा जिनका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है.
इस प्रदर्शन का मकसद पाकिस्तान सरकार पर दबाव बनाना है ताकि कोई कारगर कानून बनाकर वैसे अपराधियों पर नकेल कसी जा सके जो धर्म को हथियार बनाकर निर्दोष लड़कियों को अगवा कर जबरन धर्म परिवर्तन करते हैं और उनके साथ बलात्कार करते हैं.
एक प्रदर्शनकारी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, 'जैसा कि आपको पता है कि सिंधी हिंदू काफी पीड़ा में हैं क्योंकि पाकिस्तान में आजकल जबरन धर्म परिवर्तन की कई घटनाएं सामने आ रही हैं.'
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में बैनर लिए विरोध मार्च निकाला और पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए. बैनर पर लिखा है-पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन बंद किया जाए. पोस्टर पर यह भी लिखे दिखे कि 'धार्मिक अल्पसंख्यकों को झूठे मुकदमों में फंसाना बंद हो.' लोग नारे लगाते सुने गए कि 'पाकिस्तान हिंदू लड़कियों का अपहरण बंद करो, हिंदू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन बंद करो.' ये नारे भी सुने गए कि 'हमें इंसाफ चाहिए.'
ये था सनसनी फ़ैलाने वाला मामला
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक 18 साल की हिंदू लड़की के अपहरण को लेकर जबर्दस्त प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि लड़की के मुस्लिम शिक्षक ने यह अपहरण किया है.
अपहृत लड़की के माता-पिता का आरोप है कि उन्हें लड़की से मिलने नहीं दिया जा रहा है, लेकिन उसके टीचर कामरान सोमूर ने उसे एक 'मदरसे' में पेश कराकर उससे बयान दिलवाया है. इस बीच पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के नैशनल असेंबली के मेंबर (एम.एन.ए.) खेलदास कोहिस्तानी ने इमरान की अगुआई वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी से मांग की है कि वह अल्पसंख्यक समुदाय को सुरक्षा मुहैया कराए. कोहिस्तानी सिंघ के जमशोरो से एम.एन.ए. हैं.
कॉलेज जाते समय हुआ अपहरण
बताया जाता है कि 3 जुलाई को लड़की को उस समय अगवा कर लिया गया जब वह अपने कॉलेज गई थी. कोहिस्तानी ने कहा, 'मार्च से अब तक लगभग 30 हिंदू लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन किया गया है.' अगवा लड़की के भाई राकेश से भी बात हुई जिसने कहा, 'हमें बताया गया है कि हमारी बहन और उसे अगवा करने वाला मदरसे में उपस्थित हुआ जहां बहन ने कोई बयान दिया है.' राकेश थट्टा में कीटनाशकों की एक दुकान चलाते हैं.
कामरान उसे ट्युइशन पढ़ाया करता था
राकेश ने बताया कि जब उनकी बहन 9वीं क्लास में थी उस समय कामरान उसे ट्युइशन पढ़ाया करता था. वह कॉलेज में उसका क्लास टीचर भी है. यह कहे जाने पर कि हो सकता है लड़की अपनी मर्जी से गई हो, राकेश का कहना था, 'अगर ऐसा होता तो वह अपने सोने के गहने और बचाए हुए पैसे भी साथ ले जाती. वह अपने कपड़े भी ले जाती. अगर ऐसा होता तो वे दोनों उसी दिन किसी कोर्ट के सामने पेश होते. लेकिन वह रोज के पहनने वाले कपड़े और चप्पल पहनकर घर से निकली थी.'
गौरतलब है कि लगभग साढ़े तीन महीने पहले सिंध प्रान्त के घोटकी जिले में इसी तरह दो पाकिस्तानी हिंदू लड़कियों रीना और रवीना को कथित तौर पर अगवा करके उनका धर्म परिवर्तन करवा दिया था. पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस्लामाबाद के इंडियान हाई कमिशन से इस मामले पर रिपोर्ट मांगी थी. इसके बाद सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के तत्कालीन सूचना व प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन के बीच ट्विटर पर 'जंग' छिड़ गई थी.