ईश्वर दुबे
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भोपाल । राजधानी में जिस तरह से नियम कायदों को ताक पर रखकर नर्सिंग कॉलेज चल रहे हैं वैसे ही नर्सिंग होम्स भी चल रहे हैं। शहर में कई नर्सिंग कॉलेज किराए के दो-चार कमरों में चल रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की नजरें अभी तक इस और नहीं पडी है। बहरहाल शहर के कई नर्सिंग होम्स भी मापदंडों को ताक पर रखकर चल रहे हैं। मोतिया तालाब के पास तो आलम यह है कि एक ही भवन में चार-पांच नर्सिंग होम संचालित हो रहे हैं। हमीदिया अस्पताल के पास चल रहे कुछ नर्सिंग होम्स में तो आपातकालीन द्वार तक नहीं है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराई जा रही नर्सिंग होम्स की जांच में सामने आई है। पूरी रिपोर्ट तैयार होने के बाद इन अस्पतालों को नोटिस जारी किया जाएगा। जिन अस्पतालों में ज्यादा कमियां मिलेंगी, उन्हें बंद भी कराया जा सकता है।बता दें कि भोपाल समेत पूरे प्रदेश में नर्सिंग होम्स की जांच अपर मुख्य सचिव मो. सुलेमान के निर्देश पर की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि शहर के कुछ और नर्सिंग होम्स पर पंजीयन निलंबित करने या रद्द करने की कार्रवाई हो सकती है। स्वास्थ्य विभाग की 10 टीमें इन अस्पतालों का निरीक्षण हफ्ते भर से कर रही हैं। 20 दिन पहले 11 अस्पतालों का पंजीयन निरस्त किया जा चुका है। इस संदर्भ में सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि 20 अगस्त तक सभी टीमों को जांच पूरी करने के लिए कहा गया था, लेकिन कुछ टीमों की जांच अभी पूरी नहीं हुई है। टीमें इन अस्पतालों में चेक लिस्ट के आधार पर जांच कर रही हैं। इसके अलावा निरीक्षण कर यह देखा जा रहा है कि जगह कितनी है। बायोमेडिकल वेस्ट का निपटान हो रहा है या नहीं। आपातकालीन द्वार है या नहीं। सबसे ज्यादा ध्यान डॉक्टर और नर्स की संख्या पर है। एक टीम ने बुधवार को हमीदिया अस्पताल के पास एविसिना अस्पताल और गुरुदत्त यूरो अस्पताल का निरीक्षण किया। नर्सिंग होम्स की तर्ज में पर नर्सिंग कॉलेजों की भी जांच होना चाहिए ताकि वहां की कमियों के बारे में भी पता चल सकें।
गोंडा । आम जनता के बीच केंद्र और यूपी सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर देश की जनता की नब्ज टटोलने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा सांसदों के नेतृत्व में जन आशीर्वाद यात्रा निकाली है। यात्रा के द्वारा पूरे देश में जनता के बीच जाकर और कार्यकर्ताओं के अलावा पदाधिकारियों से बैठक कर भाजपा के प्रति लोगों की आस्था जानने का प्रयास किया जा रहा है।इस क्रम में गुरुवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा उर्फ टेनी के नेतृत्व में जन आशीर्वाद यात्रा गोंडा पहुंची।
मंत्री अज कुमार मिश्र बहराइच होते हुए बुधवार की शाम ही गोंडा आ गए थे और सर्किट हाउस में विश्राम के बाद सुबह यात्रा निकली। यात्रा शुरू करने के पहले केंद्रीय मंत्री ने सरकार की योजनाओं का बखान कर जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर सख्त दिखाई दिए। उन्होंने भाकियू नेता गुलाम मोहम्मद पर निशाना साधकर कहा की बीवियां 4 हों या 40, लेकिन 2 बच्चों से ज्यादा हुए तब कानून लागू होगा।उन्हें सरकार द्वारा बने कानून का पालन करना होगा।
बता दें भारतीय किसान यूनियन के नेता गुलाम मोहम्मद जौला ने यूपी सरकार की नई जनसंख्या नीति का मखौल उड़ाकर कहा था कि हम मुस्लिम चार शादियां करने के अधिकारी हैं,इसकारण नए जनसंख्या कानून के तहत हमें आठ बच्चे पैदा करने की इजाजत मिलनी चाहिए। इस दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने विपक्ष पर मानसून सत्र को नकारात्मक बनाने का आरोप लगाकर कहा कि विपक्षी दलों ने लोकसभा की परंपराओं को तोड़ने का काम किया है। वहीं मुनव्वर राणा के तालिबान समर्थन के बयान पर पलटवार कर कहा कि मुनव्वर राणा को देश के संविधान पर विश्वास नहीं है। जब कानून उनके खिलाफ काम करता है,तब उन्हें यूपी में तालिबान नजर आता है।
भारत सरकार पूरी तरह से तालिबान के खिलाफ है और देश विरोधी बयान देने वालों के खिलाफ कानून अपना काम कर रहा है। उन्होंने सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क पर भी तंज कर कहा कि उनसे तो उनकी पार्टी ने ही किनारा कर लिया है और इसतरह लोगों को चर्चा से बाहर रखना चाहिए। अब्बाजान को लेकर हो रहे हंगामे पर मंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग शब्दों को भी हिंदू-मुस्लिम की दृष्टि से देखते हैं।
सोलन । जन आशीर्वाद यात्रा का स्वागत स्वास्थ्य मंत्री डॉ.राजीव सेहजल द्वारा किया गया।इस मौके पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप, मंत्री सुखराम चौधरी, राजीव बिंदल, पुरषोत्तम गुलेरिया, के एल ठाकुर, रश्मि धर सूद, डेजी ठाकुर,जिला अध्यक्ष आशुतोष वैद्या व बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित है। केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने जनता का धन्यवाद किया कि वह उन्हें इस बारिश के मौसम में भी आशीर्वाद देने पहुंची। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद की इतने छोटे से राज्य से इतनी छोटी आयु में मुझे आपने मंत्रिमंडल में मौका दिया है।
उन्होंने कहा कि मोदी जी चाहते थे, कि मंत्रिमंडल का परिचय लोकसभा में हो पर कांग्रेस ने ऐसा नहीं होने दिया, हमारे मंत्रिमंडल में हर वर्ग का ख्याल रखा गया है। केंद्र का मंत्रिमंडल आज तक का सबसे युवा मंत्रिमंडल है।उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर जनता की सेवा करने आए है और उसमें हम कभी कोई कसर नहीं छोड़ने वाले हैं।उन्होंने कहा कि आज हर घर को नल योजना के तहत अगले 3 साल में सबको घर मे जल प्राप्त होगा। यह देश के लिए बड़ी उपलब्धि है।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रो, प्रेम कुमार धूमल सरकार की शबरी योजना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उज्वला योजना और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सरकार की ग्रहणी सुविधा योजना के अंतर्गत हर घर को चूल्हा दिया है।उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पूरे भारत के सम्पूर्ण विकास के लिए तत पर है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का हिमाचल आगमन पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि जन आशीर्वाद यात्रा का आज से हिमाचल में सुभारम्भ हो गया है, हिमाचल की जनता में इस यात्रा और अनुराग ठाकुर के आगमन में जनता में भारी जोश है।
कोलकाता । विश्व साहित्य में अपनी मशहूर कृति गीतांजलि को लेकर नोबेल पुरस्कार पाने वाले भारतीय साहित्यकार रवींद्रनाथ टैगोर के रंग को लेकर भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी पर बवाल मचा है। इस पर तृणमूल कांग्रेस काफी ज्यादा नाराज दिखाई दी। दरअसल, केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता सुभाष सरकार ने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर की मां ने बचपन में उन्हें गोद में इसलिए नहीं लिया क्योंकि उनका रंग गोरा नहीं था। वहीं, पार्टी ने सुभाष सरकार के बयान का बचाव भी किया। उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी नस्लवाद के खिलाफ थी। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री ने रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्व भारती विश्वविद्यालय की यात्रा के दौरान यह टिप्पणी की। मंत्री ने छोटी संख्या में मौजूद लोगों के समक्ष कहा कि टैगोर परिवार के अन्य सदस्यों का रंग चमकदार पीला गोरा था। उन्होंने कहा कि टैगोर गोरे थे लेकिन उनकी त्वचा पर लाल रंग की आभा थी।
भाजपा नेता ने कहा कि दो तरह की गोरी त्वचा वाले लोग होते हैं। एक जो पीले रंग की आभा के साथ बहुत गोरे होते हैं और दूसरे जो गोरे होते हैं लेकिन लाल रंग की आभा का प्रभाव होता है। टैगोर दूसरी श्रेणी के थे। सुभाष सरकार ने कहा कि टैगोर का रंग अधिक गोरा नहीं होने के कारण उनकी मां और परिवार के कई अन्य सदस्य रवींद्रनाथ टैगोर को गोद में नहीं लेते थे। भाजपा नेता की इस टिप्पणी के बाद बवाल मच गया। तृणमूल कांग्रेस ने इसे राज्य की शख्सियत का अपमान करार दिया। जबकि शिक्षाविदों और राजनेताओं ने टिप्पणी की निंदा की।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (शुक्रवार को) गुजरात के सोमनाथ मंदिर में कई नए प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इसमें सोमनाथ प्रदर्शन गैलरी, समुद्र दर्शन पथ और मंदिर से जुड़े अन्य प्रोजेक्ट शामिल हैं. इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने पार्वती मंदिर का शिलान्यास भी किया. यह मंदिर 30 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज मैं लौह पुरुष सरदार पटेल जी के चरणों में भी नमन करता हूं जिन्होंने भारत के प्राचीन गौरव को पुनर्जीवित करने की इच्छाशक्ति दिखाई. सरदार साहब, सोमनाथ मंदिर को स्वतंत्र भारत की स्वतंत्र भावना से जुड़ा हुआ मानते थे.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज मुझे समुद्र दर्शन पथ, सोमनाथ प्रदर्शन गैलरी और जीर्णोद्धार के बाद नए स्वरूप में जूना सोमनाथ मंदिर के लोकार्पण का सौभाग्य मिला है. साथ ही आज पार्वती माता मंदिर का शिलान्यास भी हुआ है.
उन्होंने कहा कि आज मैं लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर को भी प्रणाम करता हूं जिन्होंने विश्वनाथ से लेकर सोमनाथ तक, कितने ही मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया. प्राचीनता और आधुनिकता का जो संगम उनके जीवन में था, आज देश उसे अपना आदर्श मानकर आगे बढ़ रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मंदिर को सैकड़ों सालों के इतिहास में कितनी ही बार तोड़ा गया, यहां की मूर्तियों को खंडित किया गया, इसका अस्तित्व मिटाने की हर कोशिश की गई. लेकिन इसे जितनी भी बार गिराया गया, ये उतनी ही बार उठ खड़ा हुआ. ये शिव ही हैं जो विनाश में भी विकास का बीज अंकुरित करते हैं, संहार में भी सृजन को जन्म देते हैं इसलिए शिव अविनाशी हैं, अव्यक्त हैं और अनादि हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि शिव में हमारी आस्था हमें समय की सीमाओं से परे हमारे अस्तित्व का बोध कराती है, हमें समय की चुनौतियों से जूझने की शक्ति देती है. जो तोड़ने वाली शक्तियां हैं, जो आतंक के बलबूते साम्राज्य खड़ा करने वाली सोच है, वो किसी कालखंड में कुछ समय के लिए भले हावी हो जाएं लेकिन, उसका अस्तित्व कभी स्थाई नहीं होता, वो ज्यादा दिनों तक मानवता को दबाकर नहीं रख सकतीं.
उन्होंने आगे कहा कि हमारी सोच होनी चाहिए इतिहास से सीखकर वर्तमान को सुधारने की, एक नया भविष्य बनाने की. इसलिए, जब मैं ‘भारत जोड़ो आंदोलन’ की बात करता हूं तो उसका भाव केवल भौगोलिक या वैचारिक जुड़ाव तक सीमित नहीं है. ये भविष्य के भारत के निर्माण के लिए हमें हमारे अतीत से जोड़ने का भी संकल्प है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पश्चिम में सोमनाथ और नागेश्वर से लेकर पूरब में बैद्यनाथ तक, उत्तर में बाबा केदारनाथ से लेकर दक्षिण में भारत के अंतिम छोर पर विराजमान श्री रामेश्वर तक, ये 12 ज्योतिर्लिंग पूरे भारत को आपस में पिरोने का काम करते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि इसी तरह हमारे चार धामों की व्यवस्था, हमारे शक्तिपीठों की संकल्पना, हमारे अलग अलग कोनों में अलग-अलग तीर्थों की स्थापना, हमारी आस्था की ये रूपरेखा वास्तव में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना की ही अभिव्यक्ति है.
उन्होंने आगे कहा कि ये ऐसा स्थल है जिसे हजारों साल पहले हमारे ऋषियों ने ज्ञान का क्षेत्र बताया था. जो आज भी पूरे विश्व के सामने आह्वान कर रहा है कि सत्य को असत्य से हराया नहीं जा सकता, आस्था को आतंक से कुचला नहीं जा सकता.
लखनऊ. उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मानसून सत्र के तीसरे दिन राज्य विधानसभा में अफगानिस्तान के तालिबान के अधिग्रहण का मुद्दा उठाया। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, "लोग तालिबान का समर्थन कर रहे हैं। वहां महिलाओं के साथ, अफगानिस्तान में बच्चों के साथ जिस तरह की बर्बरता की जा रही है, उसे देखिए। फिर भी कुछ लोग बेशर्मी से तालिबान का समर्थन कर रहे हैं। इन लोगों को समाज के सामने बेनकाब किया जाना चाहिए।" .
योगी की टिप्पणी उत्तरप्रदेश के संभल जिले में समाजवादी पार्टी के एक सांसद और दो अन्य के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किए जाने के एक दिन बाद आई है, जिसमें तालिबान की तुलना भारत के स्वतंत्रता सेनानियों से की गई थी।
संभल से लोकसभा सांसद समाजवादी पार्टी के नेता शफीकुर रहमान बरक ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा था कि तालिबान "अफगानिस्तान को आजाद करना चाहता है" और "अपना देश चलाना चाहता है"। बरक ने तालिबान को "एक ऐसी ताकत" कहा जिसने रूस या संयुक्त राज्य अमेरिका को अफगानिस्तान में खुद को स्थापित करने की अनुमति नहीं दी और कहा कि समूह का उस देश पर नियंत्रण "एक आंतरिक मामला" था।
इस टिप्पणी की उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने तीखी आलोचना की और इसकी तुलना काबुल के पतन के बाद पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान की टिप्पणी से की।
सोमवार को, पाकिस्तान के प्रधान मंत्री ने तालिबान के काबुल के अधिग्रहण का समर्थन करते हुए कहा कि अफगानिस्तान ने "गुलामी की बेड़ियों" को तोड़ दिया है।"
मौर्य ने कहा, "समाजवादी पार्टी में कुछ भी हो सकता है।"
उन्होंने लखनऊ में विधानसभा भवन के बाहर कहा, " ये ऐसे लोग हैं जो 'जन गण मन' नहीं गा सकते... कोई तालिबान का समर्थन करता है, कोई जब आतंकवादी पकड़े जाते हैं, पुलिस पर आरोप लगाता है, यह तुष्टीकरण है।"
लंदन । अफगानिस्तान पर तालिबान हुकूमत के काबिज होने के बाद विश्व के शीर्ष नेता अपनी टिप्पणी कर रहे हैं। ब्रिटेन के रक्षा सचिव ने ऐसा कुछ कह दिया है जिसपर लंबे वक्त तक बहस जारी रह सकता है। ब्रिटेन के डिफेंस सेक्रेटरी बेन वालेस ने कहा है कि अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान में 20 साल युद्ध लड़ने के बाद अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति का मतलब पश्चिमी देशों के संकल्प को अब रूस जैसे प्रमुख विरोधियों द्वारा कमजोर माना जाता है। अफगानिस्तान युद्ध में लाखों लोगों की जान गई। कई अरब रुपए खर्च हुए लेकिन तालिबान फिर से सत्ता में आ गया है और अब पश्चिमी देश काबुल हवाई अड्डे से अपने डिप्लोमैट्स और अफगान कर्मचारियों को निकालने की कोशिश में लगे हुए हैं।
वालेस ने बीबीसी से बात करते हुए कहा है, 'मैं इस बात से असहज हूं कि अब हमारे पास एक विश्व व्यवस्था है, जहां हमारे विरोधियों द्वारा पश्चिम के संकल्प को कमजोर माना जाता है। यह ऐसी चीज है जिसके बारे में हमें चिंता करनी चाहिए। पश्चिम के संकल्प को टूटते देखकर रूस जैसे हमारे विरोधियों को उत्साहजनक लगता है।' ब्रिटेन को डर है कि पश्चिमी देशों के एकाएक अफगानिस्तान के निकलने से आतंकी संगठनों को जमीन मिल सकती है। अलकायदा जैसे आतंकी संगठन अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल करने पूरी दुनिया में आतंक का तांडव मचा सकते हैं।
काबुल । अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से दहशत का माहौल है। सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें अफगानी लोगों को काबुल एयरपोर्ट पर बदहवास भागते हुए देखा जा सकता है। तालिबान के डर से ये लोग किसी भी तरह अपने देश से निकलने की कोशिश कर रहे थे। ऐसा ही एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें अमेरिकी के मिलिट्री प्लेन से एक शख्स को नीचे गिरते हुए देखा जा सकता था।
इस हवाई जहाज से गिरने वाला लड़का महज 17 साल का था। इस लड़के का नाम रेजा (काल्पनिक नाम) है। रेजा अपने 16 साल के भाई कबीर (काल्पनिक नाम) के साथ काबुल एयरपोर्ट भाग गया था। अमेरिकी मिलिट्री प्लेन से गिरने वाले रेजा का शव परिवार वालों को मिल चुका है लेकिन उन्हें अभी तक कबीर को लेकर कोई जानकारी हासिल नहीं हुई है। दरअसल इन दोनों युवाओं को ये अफवाह सुनने में आई थी कि अफगानिस्तान से 20 हजार लोगों को कनाडा या अमेरिका ले जाया जा सकता है। तालिबानी राज से घबराकर ये दोनों भाई अपना भाग्य आजमाने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे। बातचीत में रेजा के परिवार के एक सदस्य ने कहा कि वो किसी को बिना बताए भाग गया था।
उन्होंने आगे कहा कि उसने अपनी पर्सनल आईडी घर से उठाई थी और वो एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गया था। वो तालिबान राज में नहीं रहना चाहता था। गौरतलब है कि अमेरिकी मिलिट्री प्लेन सी-17 एयरक्राफ्ट जब काबुल एयरपोर्ट से निकल रहा था तो इस प्लेन में जबरदस्त भीड़-भाड़ देखने को मिली थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस प्लेन से गिरकर तीन लोग मारे गए हैं। गौरतलब है कि रेजा और कबीर के छह भाई-बहन और हैं और वे दोनों सबसे बड़े थे। अफगानिस्तान के युवाओं ने भले ही 1996 से 2001 के बीच तालिबान का राज ना देखा हो लेकिन उन्हें इस कट्टरपंथ संगठन के कारनामों की जानकारी अपने परिवार से मिलती रही है और अफगान की युवा पीढ़ी इस आजादी को छिनते हुए देखना नहीं चाहती है।
रेजा के परिवार के एक सदस्य ने कहा कि उसे कपड़े पहनने का, बॉक्सिंग करने का और सोशल मीडिया यूज करने का शौक था। बाकी लोगों की तरह ही वो भी डरा हुआ था। हर कोई भागने की कोशिश कर रहा है। सभी लोग एयरपोर्ट की तरफ भागे थे क्योंकि सब सुरक्षा, रोजगार और आजादी जैसे मुद्दों को लेकर चिंतित हैं। ये तालिबान का डर है। गौरतलब है कि युवाओं के साथ ही महिलाएं भी तालिबान राज से सहमी हुई हैं। साल 1996 में जब तालिबान का राज अफगानिस्तान पर था उस दौर में महिलाओं को लेकर कई प्रतिबंध लगा दिए गए थे। महिलाएं घर से बाहर अकेली नहीं निकल सकती थीं। इसके अलावा वे पढ़ने या नौकरी करने नहीं जा सकती थीं। तालिबानी क्रूरता की कई घटनाएं भी सामने आई थीं।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में तालिबान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के सहारे कहा है कि वे महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करेंगे और किसी को डरने की जरुरत नहीं है और वे सभी लोगों को सुरक्षा मुहैया कराना चाहते हैं। वही अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर जा चुके हैं और उपराष्ट्रपति तालिबान से मोर्च लेने को तैयार हैं।
काबुल । अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद यहां अफगानियों कहर जारी है। यहां असदाबाद शहर में देश के स्वाधीनता दिवस के मौके पर रैली निकाल रहे लोगों पर तालिबान के लड़ाकों ने गोलिया बरसा दीं, जिसमें कई लोगों के मारे जाने की खबर है। इसके साथ ही एक बार फिर से यह साफ हो गया है कि तालिबान भले ही अपनी छवि सुधारने की कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन अब भी खूनखराबे से उसका लगाव बरकरार है।
समाचार के मुताबिक, असदाबाद में अफगानिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर कुछ लोग रैली निकाल रहे थे। इसी दौरान देश का झंडा फहराने वाले कुछ लोगों पर तालिबानी लड़ाकों ने गोलियां चला दीं, जिसके बाद भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि कितने लोगों की जान गई और ये जान गोली लगने से गई या फिर भगदड़ की वजह से। फिलहाल तालिबान की ओर से इस पर कोई बयान जारी नहीं किया गया है। बता दें कि हर साल 19 अगस्त को अफगानिस्तान में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। इससे पहले बुधवार को भी ऐसे दावे किए गए थे कि तालिबानी लड़ाकों ने काबुल एयरपोर्ट पर महिलाओं और बच्चों पर भी हमला किया है। तालिबानी लड़ाकों ने एयरपोर्ट से भीड़ को वापस भेजने के लिए फायरिंग भी की थी।
अबू धाबी । संयुक्त अरब अमीरात ने इंडिगो की उड़ानों के संचालन पर एक हफ्ते का प्रतिबंध लगा दिया है। सूत्रों के अनुसार कई यात्रियों के डिपार्चर एयरपोर्ट पर अनिवार्य आरटी-पीसीआर टेस्ट से न गुजरने के बाद प्रतिबंध लगा है। इंडिगो ने इसकी पुष्टि कर बताया कि परिचालन संबंधी मुद्दों के कारण संयुक्त अरब अमीरात के लिए इंडिगों की सभी उड़ानें 24 अगस्त 2021 तक रद्द रहेंगी। इंडिगो ने कहा कि हमारे द्वारा अपने सभी यात्रियों को इसबारे में सूचित कर दिया है। एक बार परिचालन दोबारा शुरू होने के बाद यात्रियों को दूसरी फ्लाइट में टिकट दिए जाने या रिफंड के साथ मदद की जाएगी। यूएई सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस के मुताबिक प्रत्येक यात्री को उड़ान के लिए निर्धारित समय से छह घंटा पहले एयरपोर्ट पर आरटी-पीसीआर टेस्ट में निगेटिव रिपोर्ट प्राप्त करना अनिवार्य है।
वहीं कुवैत ने गुरुवार को भारत के साथ अपनी उड़ान सेवा को दोबारा शुरू करने की घोषणा कर दी। एक कैबिनेट बयान में कहा गया कि कुवैत, भारत और मिस्र के साथ अन्य देशों के साथ कमर्शियल फ्लाइट्स एक बार फिर शुरू करेगा। यात्रा के दौरान मंत्रिस्तरीय समिति की ओर से निर्धारित कोविड-19 उपायों का सावधानी से पालन किया जाएगा। भारत के अलावा कुवैत बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल के साथ उड़ानें फिर से शुरू करने जा रहा है। खाड़ी देश ने कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी के बीच स्वास्थ्य अधिकारियों की सलाह पर भारत सहित कई देशों से कमर्शियल उड़ानों को निलंबित कर दिया था।
अफगानिस्तान. अफगानिस्तान में तालिबान राज की शुरुआत हो गई है, पूरे मुल्क पर तालिबानी लड़ाकों का कब्जा है. राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए हैं लेकिन अब अफगानिस्तान की आम जनता ने तालिबान के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है.
देश के अलग-अलग हिस्सों में तालिबान के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है. 19 अगस्त को अफगानिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के अलग-अलग हिस्सों में अफगानी जनता राष्ट्रीय झंडा लेकर सड़कों पर प्रदर्शन करने निकली.
गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट के पास बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया और तालिबानी राज का विरोध किया. इस दौरान तालिबानी लड़ाकों द्वारा गोलीबारी भी की गई और प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की गई. ऐसा ही अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत में हुआ जहां पर आम लोगों के प्रदर्शन के बाद तालिबान ने 24 घंटे का कर्फ्यू लगा दिया.
अफगानिस्तान के अलग-अलग इलाकों में हो रहे प्रदर्शन की तस्वीरें, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. खास बात ये है कि तालिबान के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने वालों में सबसे आगे अफगानी महिलाएं हैं, जो तालिबान से अपनी आज़ादी की मांग कर रही हैं. अफगानिस्तान में स्वतंत्रता दिवस रैली में राष्ट्रीय ध्वज लहराने पर तालिबान लड़ाकों द्वारा भीड़ पर गोली चलाने के बाद कई लोगों की मौत हो गई. द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे ही गोली चलाई गई तो लोग दहशत में आ गए और भगदड़ मच गई. ऐसे ही एक विरोध के खिलाफ एक दिन पहले ही तालिबान की ओर से गोलीबारी में तीन नागरिकों की मौत हो गई थी.
तालिबान की ओर से 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करने के बाद से असदाबाद शहर में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला, जिसमें सफेद तालिबान के झंडे फाड़े गए. यह प्रदर्शन एक बार फिर से देश की सत्ता पर कब्जा करने वाले तालिबान के विरोध में उठने वाले पहले स्वर के तौर पर भी देखा जा सकता है.
महिलाओं सहित सैकड़ों प्रदर्शनकारी काबुल में राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए और हमारा झंडा, हमारी पहचान के नारे लगाते हुए एकत्र हुए. तालिबान लड़ाकों ने भीड़ को तितर-बितर करने के प्रयास में कुछ प्रदर्शनकारियों को घेर लिया और उन्होंने चिल्लाते हुए हवा में राउंड फायरिंग की.
आपको बता दें कि तालिबान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में वादा किया था कि वह लोगों को आजादी देगा और किसी को नुकसान नहीं पहुंचाएगा. लेकिन ज़मीनी हकीकत काफी अलग दिख रही है, अलग-अलग इलाकों में तालिबान द्वारा अत्याचार किया जा रहा है. लोगों को घरों में घुसकर उन्हें पीटा जा रहा है, कई जगह गोलीबारी हो रही है.
भिलाई-03. नगर पालिक निगम, भिलाई-चरौदा द्वारा निर्मित शाॅपिंग काम्प्लेक्स में समय-समय पर दुकानें नीलामी की गई है, उन व्यवसायियों को आज निगम आयुक्त कीर्तिमान सिंह राठौर ने दुकानें संचालित किये जाने का आग्रह किया, इस बीच व्यवसायियों द्वारा मूलभूत छोटे-छोटे निर्मित काम्प्लेक्स में कमी है बताई गयी, जैसे साफ-सफाई से लेकर पानी व्यवस्था सौचालय व लाईटिंग की व्यवस्था किये जाने की मांग की गई है, जिसे निगम आयुक्त द्वारा व्यवसायियों की बातों को गंभीरता से लेते हुए तुरंत सहायक अभियंता डी. के. पाण्डेय, विक्टर वर्मा, हेमंत साहू, राजू वर्मा को लेकर गये। छूट-पुट निर्माण कार्य का संधारण व पानी साफ-सफाई व बिजली के व्यवस्था के लिये त्वरित निराकरण किये जाने का आदेश दिये। सभी व्यवसायी आगामी माह तक अपना-अपना व्यवसाय खोलने का सहमति दिये जिसमें आयुक्त कीर्तिमान सिह राठौर ने कहा की काम्पलेक्स के ऊपर बने हाॅल में डायग्नोस्टिक सेंटर वाले को दिये है, जहाॅ पर सर्व-सुविधा युक्त डायग्नोस्टिक सेंटर का संचालन होगा जो बड़े से बड़े जाॅच केन्द्र रहेगा। भिलाई-03 में यह पहला सेंटर होगा, जिसमें सभी प्रकार के जाॅच एक ही छत के नीचे संचालित होगी, इसी क्रम में छत्तीसगढ़ शासन के मंशानुरूप सस्ता दवा केन्द्र भी इसी छत के नीचे ग्राउण्ड फ्लोर में दी जावेगी जो मरीजों के साथ निगम क्षेत्र के सभी रहवासियों को जैनरिक की सस्ती दव भी उपलब्ध रहेगी जो दवाई मार्केट में अधिक किमत में मिलता है, वह दवा शासन के मंशाअनुसार सस्ती दामों पर उपलब्ध होगी। शापिंग काम्प्लेक्स में शेष बची दुकानों का शीघ्र ही नीलामी की कार्यवाही संपादित की जावेगी और काम्प्लेकस के अंदर चौपाटी के लिये भी योजना तैयार की जा रही है।
नई दिल्ली । उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में 22 वर्षीय एक महिला के साथ चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है, जिसमें अब पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर ही आरोपियों की गिरफ्तारी की है और मामले की जांच कर रही है। नौकरी दिलवाने का झांसा देकर दो आरोपी गाजियाबाद से पीड़िता को कार में लेकर दिल्ली पहुंचे। राजधानी की सड़कों पर चलती कार में पहले एक आरोपी ने पहले वारदात को अंजाम दिया। विरोध करने पर आरोपी ने महिला को जान से मारने की धमकी देकर उसके साथ मारपीट की। इसके बाद में शास्त्री पार्क के पास कार खड़ी कर दूसरे आरोपी ने वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद आरोपी पीड़िता को सड़क पर छोड़कर मौके से फरार हो गए। पीड़िता ने पहले महिला हेल्पलाइन से मदद मांगी। इसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने महिला का मेडिकल करवाने के बाद सामूहिक दुष्कर्म व जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस टेक्नीकल सर्विलांस की मदद से आरोपियों की तलाश कर रही थी। पुलिस के पास आरोपियों की कार का नंबर भी था। सपना (22)(बदला हुआ नाम) पति के साथ पिछले छह माह से किराए के मकान में गाजियाबाद इलाके में रहती है। इसका पति ट्रक चालक है, जो फिलहाल मध्य प्रदेश में काम कर रहा है। सपना घरेलू सहायिका का काम करती है। उसे दूसरी नौकरी की तलाश थी। कुछ दिनों पूर्व एक अंजान नंबर से सपना के मोबाइल पर कॉल आया। कॉलर ने अपना नाम रोहित बताया और उससे नौकरी के बारे में पूछा। आरोपी ने बताया कि उसके भाई की दिल्ली में कपड़ों की दुकान है, वह उसकी नौकरी वहां लगवा देगा। बदले में उसे अच्छी सैलरी मिलेगी। पीड़िता ने पहले तो इंकार किया, लेकिन बाद में वह तैयार हो गई। 16 अगस्त को पीड़िता ने आरोपी को कॉल कर नौकरी के लिए चलने के लिए कहा। आरोप है कि रोहित कार से गाजियाबाद के लालकुंआ पहुंच गया। वहां उसने सपना को कार की पिछली सीट पर बिठाया। आगे कार दूसरा युवक चला रहा था। पूछने पर रोहित ने उसे दोस्त बताया। इसके बाद आरोपी कार लेकर दिल्ली आ गया। आरोपी कार को दिल्ली की सड़कों पर घुमाता रहा। इस दौरान आरोपी ने कार की पिछली सीट पर सपना के साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने पर उसने पीड़िता को बुरी तरह पीटा। इसके बाद कार को शास्त्री पार्क के पास रोककर दूसरे युवक ने भी कार में ही सपना के साथ दुष्कर्म किया। वारदात के बाद किसी को भी कुछ भी बताने पर जान से मारने की धमकी दी गई। बाद में आरोपी मौके से फरार हो गए।
शिमला । हिमाचल के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्रदेश में कोरोना मामलों में अचानक आई वृद्धि को देकर राज्य के सभी उपायुक्तों को विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में कान्टेक्ट ट्रेसिंग पर ध्यान केंद्रित करने का आदेश दिए। सीएम ठाकुर ने कहा कि राज्य में वर्तमान में कोरोना के लगभग 2700 सक्रिय मामले हैं और चिंता का विषय हैं, कि बहुत ही कम समय में मामलों में वृद्धि हुई हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से अधिकांश मामले सामने आए हैं, जबकि प्रमुख पर्यटन स्थलों सहित शहरी क्षेत्रों में बहुत कम मामले सामने आए हैं, जो दर्शाता है कि पर्यटकों के आने का राज्य के विभिन्न हिस्सों में कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। उन्होंने कहा कि महामारी के फैलने के प्रमुख कारण सामाजिक समारोह, विवाह समारोह, दावतें आदि हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त आक्सीजनयुक्त और सामान्य बिस्तर,ऑक्सीजन कन्संट्रेटर, परीक्षण किट और वेंटिलेटर हैं और 28 अतिरिक्त पीएसए संयंत्र स्थापित करने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि आठ पीएसए संयंत्रों पर कार्य पहले ही पूरा हो चुका है तथा 31 अगस्त, 2021 तक दस और पीएसए संयंत्रों के कार्य पूर्ण हो जाएंगे।
कुल्लू,मंडी, शिमला, चंबा और किन्नौर के जिला प्रशासन को इन जिलों के विभिन्न हिस्सों में चल रहे सेब सीजन को ध्यान में रखते हुए मजदूरों की जांच की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार शीघ्र ही कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए और प्रतिबंध लगाने और स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य ने टीकाकरण अभियान में शून्य प्रतिशत बर्बादी के साथ बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान को तीव्र करने की आवश्यकता है, क्योंकि टीकाकरण इस वायरस को रोकने का सबसे सुदृढ़ उपाय है।सीएम ठाकुर ने कहा कि हमीरपुर, कुल्लू, बिलासपुर, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों ने पहली खुराक के लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा कर लिया है और दस दिनों के भीतर 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में 29 प्रतिशत लोगों ने दूसरी खुराक ली है और नवम्बर, 2021 तक राज्य के सभी लोगों का टीकाकरण होगा।
मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को पीएसए संयंत्रों की स्थापना के लिए सिविल और विद्युत कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए ताकि मरीजों को यह सुविधा शीघ्रातिशीघ्र उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि सीमा और अन्य क्षेत्रों में चेकिंग की व्यवस्था को मजबूत करने पुलिस विभाग की निधि और मानव संसाधन को बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिलों को सेब सीजन के दौरान सड़कों के रख-रखाव और वाहनों के सुचारू संचालन की तैयारी पर ध्यान देना चाहिए। मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने कि इन पंचायतों में कोविड-19 मामलों की निगरानी के लिए 10-12 पंचायतों के लिए एक कोविड अधिकारी तैनात किया जाए। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने महामारी के प्रसार को रोकने के लिए धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों की निगरानी करने की आवश्यकता पर बल दिया।
सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी ने कहा कि प्रदेश में 4-5 दिनों के भीतर सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दे दी जाएगी। अब केवल 124 कोरोना संक्रमित लोग अस्पतालों में भर्ती हैं।