ईश्वर दुबे
संपादक - न्यूज़ क्रिएशन
+91 98278-13148
newscreation2017@gmail.com
Shop No f188 first floor akash ganga press complex
Bhilai
रायपुर :
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में रही तीजा-पोरा की धूमपंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में रही तीजा-पोरा की धूमपंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में रही तीजा-पोरा की धूमपंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में रही तीजा-पोरा की धूमपंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में रही तीजा-पोरा की धूमपंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में रही तीजा-पोरा की धूमपंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में रही तीजा-पोरा की धूम
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में रही तीजा-पोरा की धूमपंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में रही तीजा-पोरा की धूमपंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में रही तीजा-पोरा की धूमपंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में रही तीजा-पोरा की धूमपंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में रही तीजा-पोरा की धूम
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेवता पर राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आज छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्योहार तीजा-पोरा धूमधाम से मनाया गया। ‘विष्णु भइया’ के नेवता पर आयोजित इस भव्य आयोजन में शामिल होने के लिए प्रदेशभर से बड़ी संख्या में महिलाएँ पहुँचीं। प्रदेश सरकार के मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों ने माताओं-बहनों का आत्मीय स्वागत किया और उन्हें उपहार स्वरूप साड़ी, श्रृंगार सामग्री और छत्तीसगढ़ी कलेवा भेंट किया गया।
मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने उपस्थित माताओं-बहनों को तीजा पर्व की शुभकामनाएँ दीं। महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तीजा छत्तीसगढ़ में नारी शक्ति के मान, सम्मान और दृढ़ निश्चय का महत्वपूर्ण पर्व है। निर्जला व्रत रखकर अपने पति-परिवार की सुरक्षा और समृद्धि की कामना करने वाली सभी माताओं-बहनों को उन्होंने सरकार की ओर से शुभकामनाएँ दीं। श्री साव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री साय के नेवता पर माताओं-बहनों की इतनी बड़ी संख्या में उपस्थिति स्वयं इस पर्व के महत्व को सिद्ध करती है।
उन्होंने कहा कि तीजा के आते ही माताओं-बहनों के मन में प्रसन्नता छा जाती है। भाई-भतीजा के तीजा लिवाने आने की प्रतीक्षा रहती है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़ महतारी के मान, सम्मान और गौरव को बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। महतारी वंदन योजना के अंतर्गत प्रदेश की 70 लाख से अधिक माताओं-बहनों को प्रतिमाह एक हजार रुपए की राशि मिल रही है। इससे वे आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं और घर-परिवार को संचालित करने में पति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु आगे भी ऐसी योजनाएँ लाती रहेगी।