ईश्वर दुबे
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Bhilai
आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल सरकार में बने मोहल्ला क्लीनिकों और डिस्पेंसरीज का नाम बदलने पर आपत्ति जताई है और दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आप के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर चिराग दिल्ली स्थित एक वातानुकूलित डिस्पेंसरी का वीडियो साझा कर हमला किया. उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार में बने मोहल्ला क्लीनिकों और डिस्पेंसरीज की रंगाई पुताई करके भाजपा सरकार दिल्लीवालों को बता रही है कि उसने नया आयुष्मान आरोग्य मंदिर बना दिए.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि चिराग दिल्ली स्थित डिस्पेंसरी का उद्घाटन तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने किया था. आज भी डिस्पेंसरी पर सत्येंद्र जैन और मेरे नाम का पत्थर लगा हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि इसी तरह बाकी मोहल्ला क्लीनिकों का भी नाम बदल कर आरोग्य मंदिर किया जा रहा है.
पुडुचेरी । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को पांडिचेरी विश्वविद्यालय में सवाल किया कि हम भाषाओं को लेकर कैसे विभाजित हो सकते हैं? उपराष्ट्रपति पांडिचेरी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं।अपने सम्बोधन में धनखड़ ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अक्षरशः लागू करने की वकालत की है। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत के शिक्षा क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाएगी और इससे देश के विकास को भी गति मिलेगी। उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति को न लागू करने वाले राज्यों से अपील करते हुए कहा कि वे इसे लागू करें। ये नीति महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पांडिचेरी विश्वविद्यालय में कहा कि पिछले दशक में अभूतपूर्व विकास के कारण भारत दुनिया का सबसे महत्वाकांक्षी राष्ट्र है। उपराष्ट्रपति ने सवाल किया कि हम भाषाओं को लेकर कैसे विभाजित हो सकते हैं? उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि दुनिया में मौजूद कोई भी देश भाषाओं के मामले में भारत की तरह समृद्ध नहीं है। उन्होंने कहा कि संसद में भी सदस्यों को 22 भाषाओं में बोलने की इजाजत है। भारत की भाषाएं समावेशिता का संकेत देती हैं। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि हमें गंतव्य को देखना चाहिए, भविष्य को ध्यान में रखना चाहिए और तूफान से उबरना चाहिए।
PM Modi G7 Summit 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा के कनानास्किस में चल रहे जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस बैठक में वैश्विक मुद्दों, लोकतंत्र की मजबूती, आतंकवाद, ऊर्जा सुरक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे अहम विषयों पर चर्चा हुई। बैठक के बाद दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई। यह बैठक भारत और कनाडा के बीच विश्वास, सहयोग और रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है।
जी-7 सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक की शुरुआत में कनाडा को जी-7 सम्मेलन में भारत को आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि उन्हें 2015 के बाद एक बार फिर कनाडा आकर यहां की जनता से जुड़ने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा, भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। जी-20 शिखर सम्मेलन के अध्यक्ष के रूप में भारत ने जो पहल की थी, अब उसे जी-7 में आगे ले जाने का अवसर मिला है। हम वैश्विक भलाई के लिए इस मंच का उपयोग करने को लेकर हमेशा इच्छुक रहे हैं।
भावनगर । गुजरात के भावनगर जिले में भारी बारिश के कारण गांवों में पानी घुस आया। जबरदस्त बारिश के कारण कई वाहन तिनके की तरह पानी में बह गए। इनमें मोटरसाइकिल से ऑटो और कार तक शामिल है। जानकारी के मुताबिक, शिहोर और उसके ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के कारण शिहोर के घांचीवाड़ इलाके में ऑटो रिक्शा और अन्य वाहन फंसे रहे। सिहोर गांव में कई सड़कों पर पानी भर गया, जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही मॉनसूनी बारिश के कारण कई अन्य इलाके भी जलमग्न हो गए।
दूसरी और बारिश के कारण कई बच्चे और गांववाले पानी में फंस गए। ऐसे में बच्चों और गांववालों को बचाने के लिए रेस्क्यू शुरू किया गया और कुल 38 बच्चों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। भावनगर पुलिस ने एक्स पर एक पोस्ट कर इसकी जानकारी दी, साथ रेस्कूय तस्वीरें और वीडियो शेयर की। जिसमें पुलिस वाले रेस्क्यू टीम के साथ मिलकर बच्चों और गांववालों को बचाते हुए नजर आ रहे हैं।
भारी बारिश होने के कारण स्कूल के बच्चे बीच रास्ते में ही फंस गए। ऐसे में इन बच्चों ने पास के घर में जाकर शरण ली। दरअसल स्कूल बस चालक ने जब सड़क पर अचानक से पानी का स्तर बढ़ता देखा तो बस को आगे न ले जाने का फैसला लिया। बस चालक ने बच्चों को बस से बाहर निकाल लिया और पास के एक घर ले गया। देखते ही देखते जलस्तर बढ़ गया और पानी बच्चों की कमर से ऊपर तक चले गया।
जैसे ही बच्चों और गांव के लोगों के फंसे होने की जानकारी प्रशासन के पास पहुंची तो तुरंत एक्शन लिया गया। पुलिस और रेस्क्यू की टीमें गांव पहुंची और बच्चों को बचाया गया। बताया जा रहा है कि बच्चे मॉडल हाई स्कूल के थे। ये घटना भावनगर के महुवा तालुका के तलगाजर्दा गांव के पास रतोल-तलगाजर्दा रोड पर हुई। गुजरात में दक्षिण-पश्चिम मानसून की दस्तक के साथ ही भावनगर और अमरेली जिलों में तेज बारिश हो रही है। जिसके कारण कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। हालांकि प्रशासन की टीम पूरी तरह से हालातों को लेकर सतर्क है।
दक्षिणी गुजरात और उसके नजदीकी इलाकों में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अगले 24 घंटों के दौरान अधिक स्पष्ट होने और उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। साथ ही दक्षिण-पश्चिमी बंगाल और उससे सटे गंगीय इलाको में एक और कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इन दोनों निम्न दबाव के क्षेत्रों के प्रभाव के कारण सौराष्ट्र और कच्छ, गुजरात क्षेत्र और पूर्वी भारत (गंगा के तटीय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार और झारखंड) में अगले 24 घंटों के दौरान तेज आंधी और बिजली के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
नई दिल्ली/भोपाल। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून फिर आगे बढ़ा है। मॉनसून उत्तरी अरब सागर और गुजरात के अतिरिक्त भागों के साथ-साथ विदर्भ के बचे हुए हिस्सों में आगे बढ़ा है। इसके अलावा, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्से, छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्से, ओडिशा के शेष क्षेत्र, झारखंड के कुछ हिस्से, समूचा गंगा का तटीय क्षेत्र, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के बचे हुए क्षेत्र और बिहार के कुछ हिस्से भी दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के प्रभाव में आ गए हैं। इसके साथ ही देश की राजधानी दिल्ली के मौसम में भी तब्दीली आई है। दोपहर से दिल्ली-नोएडा समेत इसके आसपास के इलाकों में हल्की बारिश शुरू हुई है।
वहीं इंदौर समेत मध्यप्रदेश के 15 जिलों में मंगलवार को मानसून ने दस्तक दे दी। मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम प्रदेश में अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, देवास, हरदा, खंडवा, बैतूल, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला और डिंडौरी जिलों में पहुंच गया। आज 38 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट है। इससे पहले सोमवार को बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर और खंडवा में मानसून पहुंचा था। इस तरह मानसून ने 2 दिन में प्रदेश के 19 जिलों को कवर कर लिया है। इधर, मंगलवार सुबह करीब 11 बजे छिंदवाड़ा में तेज बारिश हुई। ग्रामीण इलाकों- जुन्नारदेव, बिछुआ, नवेगांव में भी पानी गिरा। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 2 दिन में मानसून भोपाल में दस्तक दे सकता है। वहीं, सबसे आखिरी में ग्वालियर-चंबल में पहुंचेगा। मौसम विभाग की मानें तो एक सप्ताह में मानसून पूरे प्रदेश को कवर कर लेगा। इससे पहले प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर रहेगा। कहीं-कहीं भारी या अति भारी बारिश भी हो सकती है।
जबलपुर समेत 38 जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने प्रदेश के अधिकांश हिस्से में मौसम का मिजाज बदलने का अनुमान जताया है। उमरिया, शहडोल, मैहर और सीधी में तूफानी हवा चलने का अलर्ट है। हवा की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रतिघंटा तक रह सकती है। सिंगरौली, सतना, कटनी, पन्ना, अनूपपुर, डिंडौरी, रीवा, जबलपुर में भी तेज आंधी के साथ बारिश हो सकती है। मुरैना, छिंदवाड़ा, बैतूल, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, श्योपुर, ग्वालियर, शिवपुरी, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, सतना, मऊगंज, सागर, अलीराजपुर, रतलाम, भिंड, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, खंडवा, देवास और राजगढ़ में बिजली गिरने के साथ हल्की आंधी चल सकती है।
नई दिल्ली। ईरान-इजराइल के बीच जारी जंग के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच भारत के लिए राहतभरी खबर है। भारत को अंडमान सागर में तेल और नेचुरल गैस का भंडार मिला है। माना जा रहा है कि यहां 2 लाख करोड़ लीटर कच्चा तेल मिल सकता है।
केंद्रीय पेट्रोलियम गैस मंत्री हरदीपसिंह पुरी ने कहा कि अगर यह अनुमान सही निकला तो इससे भारत की जीडीपी 5 ट्रिलियन से 5 गुना बढक़र 25 ट्रिलियन डॉलर हो सकती है, जबकि मिलने वाला कच्चा तेल 11.6 अरब बैरल जितना हो सकता है। उन्होंने कहा कि अंडमान से निकलने वाले कच्चे तेल के बाद हमारी एनर्जी की जरूरत एक झटके में पूरी हो जाएगी। हम दुनिया के अन्य देशों को भी तेल बेच सकेंगे। इधर, ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि युद्ध के कारण भारत पर आर्थिक संकट का खतरा बढ़ रहा है। खासकर होर्मुज जलडमरु मध्य को लेकर चिंताएं हैं। अगर यह बंद होता है तो भारत के लिए तेल और गैस का आयात महंगा पड़ेगा।
रायपुर :राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज यहां राजभवन में छत्तीसगढ़ खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले ने सौजन्य भेंट की। उन्होंने विभागीय कार्यों एवं जनप्रतिनिधियों की अद्यतन स्थिति से राज्यपाल को अवगत कराया।
रायपुर : समाज के प्रतिभाओ के सम्मानित करना उनके भीतर सकारात्मक प्रेरणा जगाने का उत्कृष्ट प्रयास सेन समाज कर रहा है। जब हम किसी व्यक्ति की मेहनत और उपलब्धियों को सार्वजनिक रूप से सम्मानित करते हैं तो हम सिर्फ उसका मनोबल नही बढ़ाते, बल्कि समाज के अन्य लोगों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज सेन समाज द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में यह विचार व्यक्त किए।
सेन समाज के महिला विंग द्वारा आयोजित उक्त कार्यक्रम में राज्यपाल द्वारा समाज के सभी जिलों के महिला अध्यक्षों, प्रतिभावान विद्यार्थियों, खिलाड़ियों एवं विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वालों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर राज्यपाल श्री डेका मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि सेन समाज का इतिहास गौरवशाली और प्रेरणादायक है। यह समाज न केवल पारंपरिक बाल केश कला में निपुण रहा है बल्कि समय के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यवसाय के अनेक क्षेत्रों में भी अपनी पहचान बना रहा है। यह प्रतिभा सम्मान समारोह समाज की उन्नति और समाज के लोगों की मेहनत का प्रतीक है। राज्यपाल ने सेन समाज की महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का नेतृत्व करते हुए महिलाओं ने यह सिद्ध किया है कि सशक्त नारी ही सशक्त समाज की नींव है। महिला विंग ने इस आयोजन के माध्यम से संगठन को मजबूत किया है और आने वाली पीढ़ियों को दिशा देेने का कार्य कर रही है। आज की महिलाएं घर की जिम्मेदारियों के साथ-साथ सामाजिक दायित्वों को भी अच्छी तरह निभा रही हैं। यह परिवर्तन समाज को नई ऊर्जा दे रहा है।
श्री डेका ने कहा कि हमे यह भी याद रखना जरूरी है कि सम्मान केवल पद, डिग्री या पैसे से नहीं मिलता बल्कि हमारे आचरण, सेवा एवं समर्पण से प्राप्त होता है। उन्होंने समाज के हर उस व्यक्ति को नमन किया जो निस्वार्थ भाव से अपने आस-पास के लोगांे के जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
श्री डेका ने भारत रत्न स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर का जिक्र किया जो बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं एक जन नायक थे। श्री डेका ने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में, जहां जनजातीय, ग्रामीण और शहरी सभी प्रकार की सामाजिक संरचनाएं एक साथ जुड़ी हुई है वहां सामाजिक संगठनों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि सेन समाज आने वाले वर्षों में प्रदेश के पिछड़े क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा की पहुंच बढ़ाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा। उन्हांेेने समाज के युवाओं को आधुनिक तकनीकी प्रशिक्षण, उद्यमिता और डिजिटल शिक्षा की ओर प्रेरित करने की आवश्यकता बताई जिससे वे आत्म निर्भर बन सके, साथ ही अपनी सांस्कृतिक पहचान और परंपरा को भी बनाए रख सके।
कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन प्रदेशाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ सर्व सेन समाज (महिला विंग), एवं छत्तीसगढ़ राज्य केश शिल्प कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष सुश्री मोना सेन ने दिया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ सर्व सेन समाज के पदाधिकारी सहित सेन समाज के सदस्य उपस्थित थे।
रायपुर :मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि हमारी सरकार सड़क परिवहन और यातायात को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए सर्वाेच्च प्राथमिकता दे रही है। परिवहन और यातायात सुरक्षा में लगे उड़नदस्ता दल को 48 नवीन वाहनों की तैनाती से दुर्घटनाओं में निश्चित रूप से कमी आएगी, यातायात सुग़म होगा और लोगों में ट्रैफिक नियमों के पालन को लेकर जागरूकता बढ़ेगी। श्री साय आज अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर परिवहन विभाग के निरीक्षकों को इन वाहनों की चाबी सौंपी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रदेश सरकार सड़क यातायात को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। नवीन शासकीय वाहनों की मदद से परिवहन उड़नदस्ता दल नियमों का उल्लंघन करने वालों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेगी। उड़नदस्ता दल की कार्यक्षमता में वृद्धि, सड़क दुर्घटनाओं में कमी, सुरक्षा मानकों का बेहतर क्रियान्वयन और यातायात व्यवस्था में सुधार व अनुशासन बनाए रखने में यह पहल मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि इससे दूरदराज के क्षेत्रों में भी परिवहन दस्ते की निगरानी और पहुंच सुनिश्चित होगी।
ट्रैफिक नियमों का पालन करने की अपील
मुख्यमंत्री श्री साय ने हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग करने और ट्रैफिक नियमों का पालन कर दूसरों के जीवन की रक्षा करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जनभागीदारी से ही हम एक सुरक्षित, संयमित और संवेदनशील सड़क परिवेश का निर्माण कर सकते हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने लोगों से नशे की हालत में वाहन नहीं चलाने की अपील भी की।
इस अवसर पर विधायक श्री पुरंदर मिश्रा, नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव, सचिव सह परिवहन आयुक्त श्री एस. प्रकाश, अपर परिवहन आयुक्त श्री डी. रविशंकर सहित परिवहन विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
रायपुर :
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के 15 वें स्थापना दिवस समारोह के मौके पर बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता लाने के लिए सार्थक एवं रक्षक अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल आडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य के सुदूर अंचलों में बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि सार्थक एवं रक्षक जैसे नये अभियान जनमानस में बच्चों के अधिकारों के लिए जागरूक करने में कारगर सिद्ध होंगे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही सशक्त समाज का निर्माण हो सकता है। छत्तीसगढ़ राज्य के सुदूर अंचल खासकर बस्तर एवं सरगुजा संभाग में कम उम्र में ही बच्चे कामकाज की तलाश में अन्य शहरों के तरफ चले जा जाते हैं, पर जानकारी के अभाव में कई बार शोषण के शिकार हो जाते हैं। आयोग की जिम्मेदारी है कि ऐसे बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें रोजगार से जोड़ते हुए शासन की योजनाओं से लाभ दिलाया जाए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बच्चों और युवाओं पर केन्द्रित अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। हमारी सरकार गांव-गांव तक स्कूल, कॉलेज, कोचिंग की सुविधा मुहैया करा रही है। इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में प्रयास, नालन्दा परिसर एवं दिल्ली में ट्राईबल यूथ हॉस्टल जैसे कार्यों के माध्यम से छात्रों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि सेन समाज प्रगतिशील समाज है, इसका गौरवशाली इतिहास रहा है। हमारे सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक क्षेत्र में इस समाज का योगदान अतुलनीय है। यह समाज छत्तीसगढ़ की तरक्की और विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है। मुख्यमंत्री श्री साय आज राजधानी रायपुर में आयोजित सेन समाज के महिला जिला अध्यक्षों एवं प्रतिभा सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने बालोद नगर में सेन समाज के सामाजिक भवन हेतु 20 लाख रूपये की स्वीकृति घोषणा की। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री ने सेन महाराज की तैल्यचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित एवं दीप प्रज्वलन कर किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम में आगे कहा कि किसी भी समाज मे परिवर्तन के लिए शिक्षा बहुत आवश्यक है। आज समाज में महिलाओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। महिला के शिक्षित होने से पूरा परिवार को इसका लाभ मिलता है। सशक्त महिला से ही सशक्त समाज एवं सशक्त समाज से सशक्त राष्ट्र का निर्माण संभव है। हमारी सरकार का दृढ़ विश्वास है कि महिलाएँ समाज निर्माण की आधारशिला हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में सेन समाज के प्रतिभाओं जैसे स्वर्गीय श्री कर्पूरी ठाकुर जी सहित अनेक लोगों के योगदान का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सेन समाज सामाजिक विसंगतियों को दूर करने के लिए सार्थक कदम उठा रहा है, यह प्रसन्नता का विषय है। हमारी सरकार सेन समाज के विकास और उत्थान के लिए हरसंभव सहयोग प्रदान करने को तैयार है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य के अन्नदाताओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है। महिलाओं के लिए कई योजनाएँ शुरू की हैं,जो प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में मदद कर रही है। हमारी सरकार आने के बाद हमने मोदी की गारंटी में शामिल महतारी वंदन योजना को लागू किया। आज प्रदेश की 70 लाख महिलाएँ इससे लाभान्वित हो रही हैं। महतारी वंदन योजना के तहत हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों को आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान की है, ताकि वे अपने परिवार और समाज में सशक्त भूमिका निभा सकें।
रायपुर : राज्यपाल श्री रमेन डेका से आज यहां राजभवन में छत्तीसगढ़ अग्रवाल संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अशोक अग्रवाल एवं अन्य पदाधिकारियों ने भेंट कर अपनी मांग के संबंध में अनुरोध पत्र सौंपा।
इस अवसर पर श्री सियाराम अग्रवाल, श्री महेंद्र सक्सेरिया, श्री जयदेव सिंद्यल, श्री संजय अग्रवाल, श्री श्लोक अग्रवाल एवं श्री नंद किशोर उपस्थित थे।
रायपुर :राज्यपाल की सुरक्षा में तैनात निरीक्षक श्री नीलकिशोर अवस्थी के उप पुलिस अधीक्षक के पद पर पदोन्नत होने पर आज राजभवन में स्टार सेरेमनी का आयोजन किया गया। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने उनके कंधे पर उप पुलिस अधीक्षक का रैंक लगाया। श्री डेका ने उन्हें बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ. सी. आर. प्रसन्ना, परिसहाय स्क्वा. लीडर श्री निशांत कुमार, मुख्य सुरक्षा अधिकारी श्री प्रशांत कतलम एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
रायपुर :मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज मंत्रालय महानदी भवन में छत्तीसगढ़ कैम्पा की गवर्निंग बॉडी की तृतीय बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मुख्यमंत्री श्री साय ने निर्देश दिए कि कैम्पा मद का समुचित उपयोग नियमानुसार किया जाए। उन्होंने बैठक में कैम्पा के अंतर्गत संचालित कार्यों की विस्तृत समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश भी प्रदान किए।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य का 44 प्रतिशत भू-भाग वनों से आच्छादित है। हमारे प्रदेश में भरपूर वन संपदा उपलब्ध है। देश में भौगोलिक क्षेत्रफल के अनुसार छत्तीसगढ़ का स्थान दसवां है, जबकि वन क्षेत्रफल की दृष्टि से राज्य तीसरे पायदान पर है। वनों के संरक्षण एवं संवर्धन में कैम्पा मद की राशि की महत्वपूर्ण भूमिका है, अतः इसका उपयोग आवश्यकतानुरूप प्राथमिकताओं के आधार पर किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कैम्पा मद के अंतर्गत विगत वर्षों में किए गए वन विकास, वन सुरक्षा, वन्यप्राणी संरक्षण तथा अधोसंरचना विकास से संबंधित कार्यों की जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी (कैम्पा) द्वारा गवर्निंग बॉडी के समक्ष अब तक की प्रगति तथा कैम्पा मद से संपादित महत्वपूर्ण कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया गया।
बैठक में बताया गया कि कैम्पा मद के अंतर्गत वन क्षेत्रों में वृक्षारोपण, वनग्रामों का पुनर्स्थापन, भू-जल संरक्षण, देवगुड़ियों का संरक्षण, वन मार्गों का उन्नयन, पुलिया एवं रपटा निर्माण, चारागाह विकास, नर्सरियों की स्थापना, हाईटेक बेरियरों का निर्माण, नदी तट वृक्षारोपण, फ्रंटलाइन स्टाफ हेतु आवासीय भवन, अग्नि सुरक्षा तथा वन्यप्राणी प्रबंधन जैसे कार्यों का क्रियान्वयन किया गया है।
छत्तीसगढ़ कैम्पा की गवर्निंग बॉडी को अवगत कराया गया कि वर्ष 2019-20 से 2024-25 तक राज्य के ब्याज धारित लोक खाता ‘छत्तीसगढ़ प्रतिकरात्मक वनरोपण निधि’ में भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, नई दिल्ली से कुल 7297.55 करोड़ रुपए की राशि प्राप्त हुई है, जिसमें से विगत छह वर्षों में 4010.43 करोड़ रुपए का उपयोग किया गया है।
कैम्पा मद की वार्षिक कार्य योजना (एपीओ) 2025-26 के लिए राज्य कैम्पा द्वारा भारत सरकार के राष्ट्रीय कैम्पा को 694.18 करोड़ रुपए की योजना प्रस्तावित की गई है, जिसके विरुद्ध अब तक 433.69 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है।
बैठक में वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्रीमती ऋचा शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती निहारिका बारीक सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. बसवराजू एस., सचिव आवास एवं पर्यावरण विभाग श्री अंकित आनंद, सचिव वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग श्री अमरनाथ प्रसाद, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री वी. श्रीनिवास राव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।